आज पूरे देश में स्वामी विवेकानंद जी की जयंती के अवसर पर एवीबीपी वर्धा इकाई ने स्वामी जी के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया , जिसमें मुख्यातिथि के रूप में छात्र प्रतिनिधि आविद रजा,देवेश दूबे और गौरव चौहान शामिल हुए,इस दौरान विवेकानंद जी के जीवन के विभिन्न पहलुओं और विचारों पर चर्चा किया गया।
आज पूरे देश में युवाओं के प्रेरणास्त्रोत स्वामी विवेकानंद जी के 159 वीं जयंती के उपलक्ष्य पर पूरे देश भर में युवा दिवस का आयोजन किया गया , इसी कड़ी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद वर्धा इकाई ने भी विवेकानंद जी के जंयती के अवसर पर कोरोनावायरस के नियमों का पालन करते हुए कार्यक्रम का आयोजन किया , जिसमें तमाम विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई ।इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल विश्वविद्यालय के छात्र प्रतिनिधि ने कहा कि आज के युवाओं को स्वामी विवेकानंद जी से प्रेरणा लेकर अपनी लक्ष्य के प्रति बढ़ना चाहिए ,देवेश दूबे ने कहा कि स्वामी जी नर सेवा में विश्वास रखते थे ,उनका मानना था कि नर सेवा से ही स्वर्ग की प्राप्ति की जा सकती है ,इस लिए आज हमे लोगों की सेवा तन , मन, धन जिससे भी हो सकता है करना चाहिए । स्वामी विवेकानंद जी पर बोलते हुए गौरव चौहान ने कहा कि महात्मा गांधी जी ने कहा था कि अगर उनका स्वामी विवेकानंद जी से मुलाकात हो जाती तो स्थिति अलग होती,इस दौरान उन्होंने स्वामी विवेकानंद जी के स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान पर चर्चा करते हुए कहा कि,यह शोध का विषय है कि स्वामी जी का स्वतंत्रता आंदोलन में क्या योगदान रहा ।इस कार्यक्रम की शुरुआत वर्धा इकाई मंत्री रवी आर्य जी ने परिषद गीत के साथ शुरू किया।
इस पूरे कार्यक्रम का संचालन का संचालन विश्वविद्यालय के एम ए हिंदी के छात्र पवन उपाध्याय ने किया एव धन्यवाद ज्ञापन एवं समापन नवनीत जी ने किया ।इस दौरान वहां मौजूद सभी विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों ने स्वामी विवेकानंद एवं मां सरस्वती जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित किया ।इस दौरान मुरारी कुमार सुमन , विकास मिश्रा , अभिषेक द्विवेदी , संदीप पांडेय, देवेन्द्र उपाध्याय,जय प्रकाश, प्रमोद कुमार, सुरजीत कुमार , विकास कुमार आदि उपस्थित रहे।