प्रधानमंत्री 26 मार्च को बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने ढाका पहुंचे I इस वर्ष बांग्लादेश की आजादी के 50 साल पूरे हो रहे हैं I इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से मिलकर द्विपक्षीय संबंधों पर विचार विमर्श करेंगे I वह राष्ट्रपति अब्दुल हमीद से भी मुलाकात करेंगे I बांग्लादेश के विदेश मंत्री ए. के. अब्दुल मोमेन भी प्रधानमंत्री से मिलेंगे I प्रधानमंत्री ने आखिरी बार 2015 में बांग्लादेश का दौरा किया था I कोविड लॉकडाउन के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा है I
बांग्लादेश की तीन ऐतिहासिक घटनाओं का स्मरणोत्सव समारोह
बांग्लादेश के लिए इस साल का राष्ट्रीय समारोह कई मायनों में महत्वपूर्ण हैI इस वर्ष बांग्लादेश की तीन ऐतिहासिक घटनाओं को याद किया जाएगा I
1.मुजीब बोरशो: शेख मुजीबुर्रहमान की जन्म शताब्दी
2.दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 50 वर्ष
3.बांग्लादेश के मुक्ति युद्ध के 50 साल
यह कार्यक्रम 16 मार्च से ही शुरू हो चुका है I अब तक जापान, मालदीव, भूटान और अन्य पड़ोसी देशों के नेताओं ने इस कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है I प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 26 मार्च को इस कार्यक्रम के समापन समारोह में भाग लेंगे I
यह दोनों देशों का संयुक्त समारोह: गौहर रिजवी
प्रधानमंत्री शेख हसीना के विदेशी मामलों के सलाहकार, गौहर रिजवी का कहना है कि यह दोनों देशों का संयुक्त समारोह है I उन्होंने कहा, “दोनों देशों के बीच का संबंध स्वाभाविक और ज़रूरी है I दोनों देशों का साझा इतिहास, साझी संस्कृति, भाषा और साझा अनुभव है I इसमें 1971 में भारत द्वारा की गई सहायता काफी मायने रखती है I” वहीं बांग्लादेश में भारतीय उच्चायुक्त, विक्रम कुमार दोराईस्वामी ने इस विषय में कहा कि भारतीय सरकार ने दोनों देशों के संबंधों को मजबूत करने के लिए बहुत कोशिशें की हैं I साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि शेख हसीना ने भी इस विषय को हमेशा महत्व दिया है और दोनों ही देशों ने हमेशा आपसी मुद्दों को सुलझाया है I
दोनों देशों के आपसी संबंध अन्य पड़ोसी देशों के लिए मिसाल
वीआईएफ की केंद्र प्रमुख राधा दत्ता के अनुसार भारत और बांग्लादेश के संबंध पूरे दक्षिण पूर्वी एशिया के लिए उदहारण हैं I दोनों देशों के बीच भी कभी-कभी आपसी असहमतियों को लेकर विवाद हुए हैं, लेकिन हमेशा इन दोनों देशों ने इन विवादों को बड़े शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाया है I भारत और बांग्लादेश के व्यापार को जलमार्ग द्वारा बढ़ाना और यातायात कनेक्टिविटी बढ़ाना इस दौरे के उद्देश्यों में से एक है I यह दौरा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘पूर्वी नीति’ एवं ‘पहले पड़ोस’ की नीति के तहत बहुत महत्वपूर्ण है I भारत ने वैक्सीन मैत्री पहल के तहत बांग्लादेश को वैक्सीन की कुल 90 लाख डोजेज उपलब्ध कराई है जिसमें से 20 लाख उन्हें भारत की ओर से उपहार के रूप में दिए गए थे I बांग्लादेश की आजादी में भी भारत ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी I फिलहाल दोनों देश विभिन्न परियोजनाओं पर एक साथ काम कर रहे हैं I