देश आत्मनिर्भर भारत की तरफ एक और कदम बढ़ाने जा रहा है . देश के ऐप ईकोसिस्टम पर गूगल प्ले स्टोर और ऐपल स्टोर को टक्कर देने के लिए जल्द ही भारत खुद का ऐप स्टोर आ सकता है . भारत के ऐप डेवलपर्स और बिजनेसमैन्स ने देसी ऐप स्टोर तैयार करने की डिमांड की है . बताया जा रहा है कि मोदी सरकार इस पर विचार करेगी . हाल ही में पेटीएम को गूगल से हटा दिया गया था . जिसके बाद ये मांग तेज हो गई है .
भारत में करीब 500 मिलियन यानी 50 करोड़ लोग स्मार्टफोन इस्तेमाल करते हैं जिनमें से 97 फीसदी लोगों के पास एंड्रॉयड फोन है । इनमें से कुछ लाख लोग गूगल प्ले – स्टोर और एपल के एप स्टोर से ई – बुक या एप खरीदते भी हैं । अब गूगल की नई पॉलिसी को लेकर भारतीय टेक कंपनियों और डेवलपर्स ने विरोध जताया है और भारतीय एप स्टोर लॉन्च करने का सुझाव दिया है ।भारत की प्रमुख डिजिटल पेमेंट कंपनी पेटीएम ने भी गूगल का कड़ा विरोध किया है । गूगल ने हाल ही में गैंबलिंग के आरोप में पेटीएम एप को प्ले – स्टोर से हटा दिया था जिसके बाद पेटीएम ने गूगल से पूछा था कि कैशबैक ऑफर कब से गैबलिंग होने लगा , हालांकि 24 घंटे के अंदर पेटीएम एप प्ले – स्टोर पर वापस आ गया । आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत के पास पहले से ही एक एप स्टोर है जिस पर करीब 1,200 से अधिक एप्स हैं । यह स्टोर सरकार के कंट्रोल में है और इस पर अधिकतर एप सरकारी ही हैं । इस एप स्टोर का डोमेन apps.mgov.gov.in है । खास बात यह है कि इस एप स्टोर पर पेटीएम एप पहले से मौजूद है ।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर ने की सराहना
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ट्विटर के जरिए बताया कि उन्हें भारतीय ऐप डेवलपर्स का सुझाव अच्छा लगा है . उन्होंने कहा कि अत्मनिर्भर भारत ऐप ईकोसिस्टम तैयार करने के लिए इंडियन ऐप डिवेलपर्स को प्रोत्साहित करना चाहिए .
