प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ देशव्यापी ऑनलाइन फिट इंडिया संवाद के दौरान पैराओलंपिक में गोल्ड मैडल जीतने वाले जेवलिन थ्रोवर देवेंद्र झझारिया ने कहा कि फिट इंडिया अभियान भी घर-घर तक पहुंचा है, ठीक वैसे ही जैसे स्वच्छ भारत अभियान पहुंचा है। पांच वर्ष से लेकर 80 वर्ष तक की आयु के लोग इस अभियान से जुड़े हैं।
पीएम ने पूछा कि शरीर में तकलीफ के बावजूद आपने किस तरह से खेल की दुनिया में ऊंचाईयां छुईं। इस पर देवेंद्र झझारिया ने कहा कि 9 वर्ष की आयु में उन्होंने अपना एक हाथ गवा दिया। उन्होंने कहा, “उस दौरान हॉस्पिटल से मैं निकल रहा था, तब मुझे ऐसा लगा कि मैंने जीवन में सब कुछ खो दिया। लेकिन जब घर पर पहुंचा तो मॉं ने कहा कि जाइये बाहर खेलिए। आप भी बाकी बच्चों के जैसे ही हैं। तभी मैंने मन में सोच लिया कि मैं सबसे फिट बन कर दिखाउंगा।”
पीएम मोदी ने पूछा कि जब इतनी बड़ी इंजरी हुई, और उसके बाद कई परेशानियां आपने झेलीं। मैंने सुना है कि आपने रिटायरमेंट के बारे में सोच लिया था। देश जाना चाहेगा कि यह कैसे संभव हुआ?
देवेंद्र ने जवाब दिया, “जब शोल्डर में इतनी बड़ी इंजरी हुई, तब मैंने सोचा रिटायरमेंट ले लूं। कुछ करने के लिए आपको खुद पर विश्वास होना जरूरी है। मैंने अपने आप पर विश्वास किया। कि मुझे यह ठीक करनी है, उसके लिए बहुत एक्सरसाइज की।”
