हथरस मामले में रोज नए नए खुलासों होते जा रहे हैं पत्रकारों का एक दल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बदनाम करने के लिए लगा हुआ है,इन लोगों द्वारा हथरस मामले पर शुरू से ही तथ्य हीन और गलत जानकारी फैला कर माहोल खराब करने का काम किया है और आज इस मामले में एक नया मोड़ आ गया है इंडिया टुडे ग्रुप की एक पत्रकार तनुश्री पांडे का ओडियो वायरल हुआ है जिसमे वह पीड़िता के भाई से कहलवाना चाहती है कि ‘प्रशाशन दवाब बना रहा है’।
एक तरफ जहां हथरस की घटना ने पूरे देश को झंझोर कर रख दिया है पूरा देश पीड़ित परिवार के साथ खड़ा है सब मनीषा को न्याय दिलाने के लिए सरकार के उपर दवाब बना रहे हैं और सरकार इस मामले पर गंभीरता से जांच करवा रही है और दोषियों को जल्दी से जल्दी और कड़ी से कड़ी सजा हो इसके लिए हरसंभव प्रयास कर रही है तो एक तरफ पत्रकारों और वामपंथी विचारधारा के लोग इस जघन्य कृत्य में भी राजनीति गरमाने की कोशिश कर रहे हैं विपक्ष द्वारा लगातार झूठ फैलाया जा रहा है और उसको फैलाने का कार्य भारत के वामपंथी पत्रकारों का है जो शुरू से ही इस मामले में झूठ पर झूठ फैला कर मामले को राजनीति और जातिवाद का रुप देने में जुटे हुए हैं।
इंडिया टुडे ग्रुप की पत्रकार तनुश्री पांडे ने मृतका के भाई से फोन पर बातचीत की, और जिसका ओडियो वायरल हो गया है ,इसको indsamachar के रिपोर्टर ने ध्यान से सुनने के बाद कुछ इस तरह बात चीत हुई है।
इसके बाद तनुश्री , संदीप से कहती हैं कि उसे कहीं से पता चला है कि परिवार पर ही बहन की मौत का इल्जाम लगाने का प्रयास किया जा रहा है । ये इस बातचीत का ऐसा हिस्सा है जिसे सुन कर लगता है कि ये सवाल खुद ही गढ़े गए , क्योंकि अभी तक कहीं भी मीडिया में ऐसी बात निकल कर सामने नहीं आई है । इसमें सुना जा रहा है कि इंडिया टुडे पत्रकार तनुश्री मृतका के भाई संदीप को ऐसा स्टेटमेंट देने के लिए बोल रही हैं , जिसमें लड़की के पिता आरोप लगाए कि उनके ऊपर प्रशासन की ओर से बहुत दबाव था । बातचीत को सुनकर यह साफ पता चलता है कि तनुश्री पीड़िता के भाई से एक निश्चित बयान दिलवाने का प्रयास कर रही हैं और संदीप की दबी आवाज सुनकर लग रहा है जैसे वह ऐसा नहीं करना चाहते । संदीप इस ऑडियो में पहले दबाव की बात कहते हैं । मगर बाद में कहते हैं कि उनके पिता इस बात को लेकर स्पष्ट नहीं है कि उन पर दबाव बनाया गया या नहीं ।इसके बाद तनुश्री , संदीप से कहती हैं कि उसे कहीं से पता चला है कि परिवार पर ही बहन की मौत का इल्जाम लगाने का प्रयास किया जा रहा है । ये इस बातचीत का ऐसा हिस्सा है जिसे सुन कर लगता है कि ये सवाल खुद ही गढ़े गए , क्योंकि अभी तक कहीं भी मीडिया में ऐसी बात निकल कर सामने नहीं आई है । इससे पता चलता है कि पॉलिटिकल अजेंडा चलाने के लिए कैसे परिवार की स्थिति का फायदा उठाया गया । कुल मिलाकर इस बातचीत का मकसद सिर्फ मृतका के पिता का वीडियो निकलवाना था , जिसमें पिता किसी भी तरह बस यही बोल दें कि उनपर दबाव बनवाकर बयान दिलवाया गया कि वह संतुष्ट हैं ।उन्हें ऑडियो में कहते सुना जा सकता है , ” संदीप , प्लीज मेरे लिए एक चीज कर दो । मैं तुमसे वादा करती हूँ कि जब तक तुम्हारे परिवार को इंसाफ नहीं मिल जाता मैं यहाँ से हिलूँगी भी नहीं संदीप एक वीडियो अपने पिता की बनाओ जिसमें वो कहें- हाँ , मुझ पर ऐसा बयान जारी करने का बहुत प्रेशर था कि मैं संतुष्ट हूँ । मैं जाँच चाहता हूँ क्योंकि हमारी बेटी मरी है और हमें न उसे देखने का मौका मिला और न उसके अंतिम संस्कार का । ” वे आगे कहती हैं , ” सिर्फ 5 मिनट लगेंगे । जल्दी से वीडियो बनाओ और सिर्फ़ मुझे भेज दो । ” इस बातचीत में तनुश्री बार – बार संदीप को एसआईटी के ख़िलाफ़ भड़काती है । मगर , लड़की का भाई कहता है कि जाँच टीम सिर्फ़ उसे जरूरी सवाल कर रही थी और फिर वह चली गई ।
इससे पहले भी है वीडियो
तनुश्री पांडे का यह पहला मौका नहीं है इससे पहले भी एक वीडियो वायरल हुआ था,जो नागरिकता कानून के दौरान दिल्ली में हो रहे दंगों का है जिसमें वह दंगाइयों के कान में खुसुर फुसुर करते नजर आई थी।
