समाजवादी पार्टी के बाहुबली नेता आजम और उनके बेटे अब्दुल्ला खान खान दो माह तीन दिन बाद लखनऊ के मेदांता अस्पताल से वापस सीतापुर जेल पहुंचे। जेल अधीक्षक के अनुसार आजम खान का उपचार अभी प्रभावी रूप से जारी रहेगा जब तक वो पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हो जाते हैं , अधीक्षक ने बताया कि दोनों पिता पुत्र लिए सैल ब्लाक की एक नम्बर बैरक इनके लिए जारी किया गया है।
जेल अधीक्षक ने बताया कि कारागार में भी आजम खान का उपचार जारी रहेगा क्योंकि उनको और भी बीमारियां हैं। कहा कि सेल ब्लॉक की एक नंबर बैरक में पिता पुत्र निरुद्ध किए गए हैं।
रामपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खॉ और उनके पुत्र अब्दुल्ला आजम खान मई माह में कोरोनावायरस से ग्रस्ति पाए गए थे जिसके बाद उन दोनों को उपचार का पहले सीतापुर कारागार में हुआ बाद में इन्हें फिर 9 मई को लखनऊ के मेदांता में उपचार के लिए भेजा गया ।
दो माह तीन दिन तक मेदांता में इनका उपचार किया गया उसके बाद स्वास्थ्य में सुधार देखते हुए इनको मंगलवार दोपहर 12.36 मिनट पर कड़ी सुरक्षा के बीच सीतापुर कारागार लाया गया।
जेल लाने वालों में एसडीएम सिधौली संतोष कुमार राय के अलावा सीओ सिटी पीयूष सिंह भी शामिल थे जेल में इन दोनों के चिकित्सा निरीक्षण के बाद इन्हें दोनों अधिकारियों द्वारा जेल के भीतर ले जाकर उन्हें कारागार अधिकारियों की सुपुर्दगी में किया गया।
इन दोनों को लखनऊ से सीतापुर लाने में पुलिस लाइन की क्यूआरटी के अलावा पीएसी भी साथ थी। इटौंजा और अटरिया टोल बैरियर के अलावा सीतापुर जेल और उसके आसपास अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात किया गया था जिससे किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न ना हो सके ।
जेल के बाहर पूर्व मंत्री व बुलंदशहर के पूर्व विधायक आबिद रजा सहित अन्य लोग मौजूद इनसे मुलाकात करने के लिए पहुंचे हुए थे , लेकिन प्रशासन के सख्ती के चलते कोई भी इनके वाहन के करीब नहीं पहुंच सका।
जब एम्बुलेंस से इन दोनों को सीतापुर कारागार लाया जा रहा था तब उस समय इनके वाहनों के काफिले में पुलिस के कई वाहन थे। जैसे ही इनका काफिला पुलिस लाइन और जेल के मध्य पहुंचा, इसी दौरान एक कार अचानक काफिले के बीच आ गई, जिससे अचानक हुए इस घटना से वहां अफरातफरी का माहौल हो गया काफिले के बीच में कार आते ही सुरक्षाकर्मियों में हड़कंप मच गया। आनन फानन में उसे किनारे किया गया। कोतवाल टीपी सिंह ने बताया कि जेल के करीब काफिले में अज्ञानता वश एक कार सवार वाहन लेकर आ गया था। हिदायत देने के बाद उसे छोड़ दिया गया है।
