प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विश्व – भारती विश्वविद्यालय शांति निकेतन के शताब्दी समारोह को आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्बोधित करेंगे । प्रधानमंत्री इस विश्वविद्यालय के कुलाधिपति हैं । पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे ।
विश्व – भारती की स्थापना 1921 में गुरूदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर ने की थी । मई 1951 में संसद के अधिनियम से इसे केंद्रीय विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय महत्व का संस्थान घोषित किया गया ।
गुरूदेव ने महान उद्देश्य से इस विश्वविद्यालय की स्थापना की थी । उन्होंने कहा था कि विश्व – भारती उस भारत का प्रतिनिधित्व करता है , जहां ज्ञान की पूंजी हर एक के कल्याण के लिए है । विश्व – भारती विश्वविद्यालय दुनियाभर में भारत की महान संस्कृति साझा करता है और दुनिया से सर्वोत्तम मूल्य ग्रहण करने को तैयार रहता है । यह विश्वविद्यालय गुरूदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर की बताई गई शिक्षा पद्धति का पालन करता है और समय के साथ – साथ यह अन्य विश्वविद्यालयों की तरह आधुनिक विश्वविद्यालय बन गया है ।
