भारत और उज्बेकिस्तान ने विभिन्न क्षेत्रों में नौ समझौतों और सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किए हैं । इनमें सौर ऊर्जा , डिजिटल प्रौद्योगिकी और उच्च प्रभावी सामुदायिक विकास परियोजना क्षेत्र शामिल हैं ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोएव के बीच कल वर्चुअल शिखर बैठक के दौरान इन समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए । इनमें एक्सपोर्ट – इम्पोर्ट बैंक ऑफ इंडिया और उज्बेकिस्तान के बीच डॉलर क्रेडिट लाइन समझौता , भारत के केन्द्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड तथा स्टेट कस्टम कमेटी ऑफ उज़्बेकिस्तान के बीच राष्ट्रीय सीमा पर वस्तुओं के पहुंचने से पहले सूचना का आदान – प्रदान भी शामिल है । इसके अलावा , सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी और उज़्बेकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्रालय के अकादमी तथा भारतीय जनसंचार संस्थान और पत्रकारिता विश्वविद्यालय और जनसंचार विश्वविद्यालय के बीच समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए ।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और उज्बेकिस्तान दो समृद्ध सभ्यताएं हैं , जिनके बीच प्राचीन काल से ही संपर्क बना हुआ है । उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय चुनौतियों और अवसरों के प्रति दोनों देशों की समझ तथा दृष्टिकोण में बहुत समानता है । उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध बहुत मजबूत रहे हैं और उग्रवाद , कट्टरवाद तथा अलगाववाद के बारे में समान चिंताएं हैं । प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों राष्ट्र आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ता से खड़े हैं ।
