फ्रांस की राजधानी पेरिस में चल रही फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स ( FATF , एफएटीएफ ) की पूर्ण बैठक के आखिरी दिन आज यानी 23 अक्तूबर को यह अहम फैसला हो सकता है कि पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में रखना है या ब्लैक लिस्ट में डालना है । वैश्विक आतंकवाद की पनाहगाह बने पाकिस्तान पर यह अहम फैसला आने से पहले आतंकियों को अपनी जमीन पर शरण देने और उनकी फंडिंग रोकने के लिए उचित कदम नहीं उठाने के आरोप पर भारत ने अपने इस पड़ोसी देश को आईना दिखाया है
भारत ने पाकिस्तान का सच्चाई से दुनिया के सामने पर्दा उठाया और बताया है कि पाक ने 27 में से सिर्फ 21 बिंदुओं पर काम किया है और अभी भी वहां आतंकियों को पनाह दी जा रही है । भारत ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र की सूची में शामिल जैश – ए मोहम्मद के मुखिया और दाउद इब्राहिम जैसे आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहा है ।
भारत ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तान द्वार , आतंकी संगठनों और मसूद अजहर तथा जकीउर रहमान लखवी जैसे संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादियों को सुरक्षित वातावरण मुहैया कराना जाना जारी है . विदेश मंत्रालय ( एमईए ) के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि पाकिस्तान ने आतंक के वित्त पोषण को रोकने के लिए ‘ फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स ‘ ( एफएटीएफ ) द्वारा निर्देशित . पाकिस्तान ने 27 बिंदुओं में से 21 पर किया काम एफएटीएफ की तीन दिवसीय आनलाइन बैठक बुधवार को शुरू हुई जिसमें वह पाकिस्तान द्वारा आतंकी समूहों के विरुद्ध की गई कार्रवाई की समीक्षा कर रहा है . एफएटीएफ द्वारा पाकिस्तान को काली सूची में डाले जाने की संभावना पर सवाल किये जाने पर श्रीवास्तव ने कहा कि ऐसीसमीक्षा कर रहा है . एफएटीएफ द्वारा पाकिस्तान को काली सूची में डाले जाने की संभावना पर सवाल किये जाने पर श्रीवास्तव ने कहा कि ऐसी कार्रवाई के लिए एफएटीएफ की अपनी प्रक्रिया और नियम हैं .
