पांच अगस्त को अयोध्या ( Ayodhya ) में भव्य राम मंदिर के निर्माण की आधारशिला रखे जाने के बाद काम जोरों पर है . राम मंदिर ( Ram Mandir ) के निर्माण का एक और पड़ाव पार हो गया है . अब पत्थरों को ले जाने का कार्य शुरू हो गया है . राम मंदिर के निर्माण में काम आने वाले नक्काशीदार पत्थरों को शिफ्ट करने का काम शुक्रवार से शुरू हुआ . कार्यशाला से मंदिर परिसर में पत्थरों को भेजा जा रहा है . राम मंदिर ( Ram Temple ) निर्माण के लिए पत्थरों को तराशने से पहले पुजारियों ने विशेष प्रार्थना की .
अयोध्या राम मंदिर निर्माण को लेकर मंदिर निर्माण कार्यशाला में हलचल तेज हो गई है । राम जन्मभूमि परिसर में पत्थरों को ले जाने का कार्य शुरू हो गया है । वैदिक रीति – रिवाज से पूजन के बाद पत्थरों को राम जन्मभूमि परिसर ले जाया जा रहा है । एलएंडटी कंपनी के मशीनों द्वारा पत्थरों ले जाने का कार्य किया जा रहा है । पत्थरों को ले जाने के लिए क्रेन मशीन व ट्रक का इस्तेमाल किया जा रहा है । राम मंदिर में लगने वाले पत्थरों को परिक्रमा मार्ग से राम जन्मभूमि परिसर तक पहुंचाया जाएगा । प्रथम चरण में ग्राउंड फ्लोर के 106 स्तंभों को ले जाया जाएगा । इन पत्थरों को रखवाने के लिए राम जन्मभूमि परिसर में ही प्लेटफार्म बनवाया गया है । बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले 5 अगस्त को मंदिर का भूमि पूजन किया था । आठ सितंबर से काम शुरू हुआ । पूरे परिसर में 1200 स्थानों पर पाइलिंग होनी है । पाइलिंग मशीनों से खंभों को खड़े होंगे । इन 1200 स्थानों पर एक मीटर व्यास में कुएं के आकार में पाइलिंग करा कंकरीट के पिलर खड़े किए जायेंगे । आपको बता दें कि लार्सन एंड टूब्रों द्वारा मंगवाई गई मशीनें इतनी बड़ी थी कि रामजन्म भूमि स्थल के मुख्य द्वार को तोड़ना पड़ा । दूसरी ओर मंदिर निमार्ण स्थल पर जर्जर मंदिरों को हटाने का काम भी शरू कर दिया गया है ।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ( Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra ) ने ट्वीट कर बताया , ‘ जय श्री राम ! श्री रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण हेतु तराशे गए पत्थरों को कार्यशाला से मंदिर परिसर में स्थानांतरित करने का कार्य प्रारंभ हो गया है . इन्ही पत्थरों से भव्य और दिव्य श्री रामजन्मभूमि मन्दिर का निर्माण किया जाएगा . ‘
