चीन और भारत के बीच काफी समय से तनातनी चल रही है । बता दें कि 15 जून को पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे । इसके बाद भारत और चीन के बीच चल रही लड़ाई बढ़ गई । गौरतलब है कि इसके बाद से ही भारत सरकार ने चीनी मोबाइल कंपनियों के टिकटॉक और यूसी समेत कई ऐप को बैन किया था । केंद्र सरकार ने आज चीन के 43 मोबाइल ऐप्स ( India Ban Chinese Apps ) पर रोक लगा दी है । सरकार ने इन ऐप्स के खिलाफ कई शिकायतें मिलने के बाद ये फैसला लिया है ।


केंद्र सरकार ने इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट ( IT Act ) की धारा -69 A और इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ( प्रोसीजर एंड सेफगार्ड्स फॉर ब्लॉकिंग ऑफ एक्सेस ऑफ इंफॉर्मेशन बाई पब्लिक ) रूल्स , 2009 के संबंधित प्रावधानों के तहत 43 ऐप्स पर रोक लगाई है । ये धाराएं केंद्र सरकार को विदेशी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने की शक्तियां मुहैया कराती है । ये ऐप्स भारत की रक्षा , सुरक्षा , संप्रभुता और अखंडता के लिए हानिकारक माने जा रहे थे । बैन के बाद अब इन ऐप्स का मोबाइल और नॉन – मोबाइल बेस्ड इंटरनेट डिवाइसेज में भी इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा । बता दें कि सरकार जून से अब तक 267 ऐप्स पर बैन लगा चुकी है ।
राजनीतिक , सैन्य और कूटनीतिक बातचीत के बाद भी नहीं बन रही बात
चाइनीज ऐप्स पर एक और डिजिटल स्ट्राइक का तो यही मतलब निकाला जा सकता है कि सीमा गतिरोध पर दोनों देशों के बीच बात नहीं बन पा रही है । अगर बात बन रही होती तो एक और डिजिटल स्ट्राइक की नौबत ही नहीं आती , जो निश्चित तौर पर चीन को चुभने वाली है । दोनों देशों के बीच कोर कमांडर लेवल की 8 दौर की सैन्य बातचीत हो चुकी है । एनएसए अजीत डोभाल से लेकर विदेश मंत्री एस . जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तक अपने – अपने चीनी समकक्षों से बातचीत कर चुके हैं । लगातार सैन्य और कूटनीतिक बातचीत चल रही है और हर बार बातचीत सिर्फ बात तक सिमट जाती है और कोई खास प्रगति नहीं होती । आलम यह है कि हाड़ कंपाने वाली कड़ाके की ठंड में भी एलएसी पर दोनों देशों के हजारों सैनिक डटे हुए हैं ।
