कोरोना काल में आरोग्य सेतु ऐप की अहमियत का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि हवाई यात्राओं से लेकर मेट्रो और ट्रेनों में सफर से पहले इसे जांचा जाता है । प्रधानमंत्री मोदी मोदी बार – बार लोगों से इस ऐप को डाउनलोड करने की अपील कर चुके हैं । अब इसे लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है । सरकारी वेबसाइटों को डिजाइन करने वाले नैशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर ने कहा है कि आरोग्य सेतु ऐप को किसने बनाया , यह उसे पता ही नहीं है । इसे लेकर चीफ इन्फॉर्मेशन कमिशन ने NIC को फटकार लगाया है और तमाम चीफ पब्लिक इन्फॉर्मेशन ऑफिसरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है । NIC मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स के तहत आती है ।
संबंधित विभाग से केन्द्रीय सूचना आयोग ( सीआईसी ) ने संबंधित विभागों को 24 नवंबर को पेश होने को कहा है । दरअसल , सामाजिक कार्यकर्ता सौरभ दास ने सूचना आयोग से यह शिकायत की थी कि आरोग्य सेतु ऐप किसने बनाया इस बारे में कई मंत्रालय जवाब देने में विफल रहे । उन्होंने ऐप के प्रस्ताव के मूल विवरण , इसके अनुमोदन विवरण , इसमें शामिल कंपनियों , व्यक्तियों और सरकारी विभागों और एप्लिकेशन को विकसित करने में शामिल निजी लोगों के बीच संचार की प्रतियां जैसे विवरण मांगे थे । करीब दो महीने तक यह सवाल अलग – अलग विभागों के पास भेजे जाते रहे । इसके बाद नेशनल इन्फॉर्मेटिक सेंटर ने कथित तौर पर यह कहा कि “ आरोग्य सेतु ऐप को डेवलप किए किए जाने से संबंधित कोई भी फाइल एनआईसी के पास नहीं है । ” सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय इन सवालों को नेशनल ई – गवर्नेस डिवीजन के पास भेजा , जिसने कहा- जो सूचना मांगी गई है वह हमारे प्रभाग से संबंधित नहीं है ।
