रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रूस की राजधानी मास्को यात्रा पर है इस बीच रूस और भारत की नौसेना आज से बंगाल की खाड़ी में दो दिन तक नौसैनिक अभ्यास ‘इन्द्र नेवी’ में एक दूसरे के साथ युद्ध कौशल संबंधी गुर साझा करेंगी। 11वीं बार आयोजित हो रहा द्विवार्षिक संयुक्त नौसैनिक अभ्यास “इन्द्र नेवी” बंगाल की खाड़ी में 04 से 05 सितंबर 2020 तक चलेगा।
इस संयुक्त नौसैनिक अभ्यास की शुरुआत 2003 में हुई थी। हर दो वर्ष में होने वाला यह अभ्यास दोनों नौसेनाओं के बीच दीर्घकालिक सामरिक संबंधों का प्रतीक है। समय के साथ साथ इस अभ्यास में परिपक्वता आयी है और इसका दायरा तथा विभिन्न अभियानों की जटिलता के साथ साथ इसमें शामिल किये जाने वाले प्लेटफार्म की हिस्सेदारी भी बढी है।

कोरोना की वजह से अभ्यास केवल समुद्र तक सीमित
इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य दोनों नौसेनाओं के बीच चले आ रहे परस्पर तालमेल तथा विभिन्न अभियानों के लिए आपसी समझ को और बढाना है। इस अभ्यास के दौरान कुछ अन्य समुद्री अभियानों को भी शामिल किया गया है हांलाकि कोरोना महामारी के कारण इस बार यह अभ्यास केवल समुद्र तक ही सीमित रखा गया है और दोनों पक्षों के नौसैनिक समुद्र के बाहर जमीन पर मिलकर अभ्यास नहीं करेंगे। इस बार के संयुक्त अभ्यास में समुद्री परिचालन के क्षेत्र में व्यापक और विविध गतिविधियों को शामिल किया गया है।
इसमें जमीन और हवा में विमान रोधी मारक क्षमता का अभ्यास, गोले दागे जाने का अभ्यास, हेलीकॉप्टर संचालन, जहाजों पर तैनात कर्मियों के लिए काम करने के नए तौर तरीके इजाद किया जाना आदि शामिल होंगे। ऐसा पिछला अभ्यास विशाखापत्तनम में दिसंबर 2018 में आयोजित किया गया था।

अभ्यास के लिये इनका करेंगे प्रयोग
भारतीय नौसेना की ओर से अभ्यास में मिसाइल विध्वंसक रणविजय , स्वदेशी फ्रिगेट सह्याद्री और फ्लीट टेंकर शक्ति अपने हेलिकाॅप्टर के साथ हिस्सा लेंगे। इस बीच सह्याद्री को श्रीलंका के निकट आग की चपेट में आये व्यापारिक जहाज एमटी न्यू डायमंड को सहायता पहुंचाने के लिए भेजा गया है। रूसी संघ की नौसेना का प्रतिनिधित्व व्लादिवोस्तोक में स्थित प्रशांत क्षेत्र के नौसेनिक बेड़े के विध्वंसक एडमिरल विनोग्रादोव, विध्वंसक एडमिरल ट्रिब्यूट्स और फ्लीट टैंकर बोरिस बुटोमा अभ्यास में हिस्सा ले रहे हैं।
दोनों देशों के रिश्ते होंगे और मजबूत
यह नौसेनिक अभ्यास बंगाल की खाड़ी में ऐसे समय आयोजित किया जा रहा है जब द्विपक्षीय सहयोग और परस्पर हितों पर चर्चा करने तथा द्वितीय विश्व युद्ध में मिली जीत की 75वीं वर्षगांठ मनाए जाने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रूस के रक्षा मंत्री जनरल सर्गेई शोइगू के निमंत्रण पर 3 सितंबर 2020 से मॉस्को की यात्रा पर हैं।
“इन्द्र नेवी-20”संयुक्त नौसैनिक अभ्यास से दोनों नौसेनाओं के बीच आपसी विश्वास और सहयोग को बढ़ाने में मदद मिलेगी और साथ ही दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे मैत्रिपूर्ण संबंध और मजबूत होंगे।
