प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राज्य के मूल निवासियों को अपनी भूमि पर कानूनी अधिकार मिला है , जिसकी वजह से वे विभिन्न सरकारी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं । उन्होंने कहा कि सती जॉयमती की स्मृति में सरकार जेरेन्गा पाथर को एक महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थल के रूप में विकसित करेगी । स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस का स्मरण करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरा देश आज नेताजी की 125 वीं जयंती ‘ पराक्रम दिवस ‘ के रूप में मना रहा है ।


इस अवसर पर असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि असम और पूर्वोत्तर क्षेत्र का विकास प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों के कारण ही संभव हुआ है । उन्होंने विश्वास जताया कि असम अब टीकाकरण अभियान को आगे बढ़ाएगा । श्री मोदी ने सभी से टीकाकरण करवाने की अपील की । प्रधानमंत्री ने कहा कि असम का तेजी से और चहुंमुखी विकास सरकार के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है ।

इस मौके पर राज्य के वित्त मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि असम और पूर्वोत्तर पर केन्द्र सरकार ने विशेष ध्यान दिया है , जिसकी वजह से पिछले 6 वर्षों के दौरान इस क्षेत्र की अभूतपूर्व प्रगति हुई है । इससे पहले प्रधानमंत्री का आज सुबह असम पहुंचने पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया । असम के मूल निवासियों के लिए पट्टा और आबंटन प्रमाण – पत्र जारी करके उनमें सुरक्षा की भावना मजबूत की गई है । राज्य में 2016 में पांच लाख 75 हजार भूमिहीन परिवार थे । राज्य सरकार ने मई 2016 से अब तक दो लाख 28 हजार भूमि पट्टे और आवंटन प्रमाणपत्र वितरित किए हैं । राज्य के मूल निवासियों के हितों को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने एक नई समग्र भूमि नीति जारी की है ।
