पाकिस्तान के द्वारा संयुक्त राष्ट्र में मानवाधिकार के मसलों पर भारत पर आरोप लगाए गए . यहां भारतीय अधिकारी ने पाकिस्तान को आईना दिखाने का काम किया .मानवाधिकार के मामलों पर संयुक्त राष्ट्र की महासभा जारी है . सोमवार को एक बार फिर पाकिस्तान के झूठ को भारत ने उजागर किया और उसके द्वारा लगाए गए हर आरोप पर कड़ा प्रहार किया . भारत की ओर से अधिकारी पवन ने पाकिस्तान पर निशाना साधा और कहा कि पड़ोसी मुल्क हर बार इस मंच का इस्तेमाल झूठ बोलने के लिए करता है ऐसे में संस्था को इसपर विचार करना चाहिए . पाकिस्तान ने भारत में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार का आरोप लगाया , जिसपर भारत की ओर से जवाब दिया गया कि पाकिस्तान किस तरह अपने देश में अल्पसंख्यकों के साथ बर्ताव करता है , ये पूरी दुनिया जानती है . कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने इसके बारे में चिंता व्यक्त की है , अहमदी समुदाय के साथ किया जा रहा बर्ताव निंदनीय है .।
संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार परिषद के 45 वें सत्र में भारत लगतार पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब दे रहा है । सोमवार को भारत ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ होने वाले अन्याय पर निशाना साधा और कहा , जब धर्म और जातीय अल्पसंख्यकों की बात आती है तो सब जानते हैं कि पाकिस्तान में धार्मिक स्वतंत्रता के बदले एक ही विकल्प है । विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने पाकिस्तान को अल्पसंख्यकों के लिए हत्या क्षेत्र करार दिया है । ” मानवाधिकार परिषद के 45 वें सत्र में भारत ने कहा , ” काउंसिल के लिए यह चिंता का विषय होना चाहिए कि मेरे देश के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण प्रचार के लिए पाकिस्तान लगातार इस फोरम का दुरुपयोग करता है । भारत के खिलाफ पाकिस्तान के किसी भी तरह के आरोपों से अल्पसंख्यकों की आवाज दब नहीं सकती है । पाकिस्तान के तथाकथित संविधान के तत्वावधान में अहमदी पाकिस्तान में सबसे अधिक सताए गए समुदाय हैं । हर साल सैकड़ों ईसाइयों को सताया जाता है , जबकि उनमें से अधिकांश पाकिस्तान में हिंसक मौतों के शिकार होते हैं । “
