मध्य प्रदेश में 12वीं के रिजल्ट का फॉर्मूला सामने आ गया है। सरकार अब इसी के आधार पर प्रदेश में 12वीं कक्षा के अंकों का निर्धारण करेगी। इसमें जिन्हें 10वीं की तुलना में अधिक अंक लाने का भरोसा है, वे प्रत्यक्ष रूप से परीक्षा देने के लिए बैठ सकते हैं, जबकि शेष दसवीं के पूर्व रिजल्ट के आधार पर ही अंक पाएंगे।
इस आधार पर तैयार किया जाएगा 12वीं का रिजल्ट
इस संबंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि कक्षा 10वीं के विभिन्न विषयों में प्राप्त अंकों को बेस्ट ऑफ फाइव के आधार पर 12वीं का रिजल्ट तैयार किया जाएगा। यदि विद्यार्थी परिणाम सुधारना चाहते हैं तो वे परीक्षा देकर परिणाम सुधार सकते हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में शासकीय और निजी शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थानों में कोविड-19 के दौरान भविष्य की रणनीति के संबंध में गठित मंत्री समूह की अनुशंसाओं पर मंत्रालय में चर्चा करते हुए यह जानकारी दी है।
प्रदेश में एक जुलाई से नहीं खुलेंगे स्कूल
मुख्यमंत्री शिवराज का कहना था कि प्रदेश में एक जुलाई से स्कूल नहीं खुलेंगे। ऑनलाइन और टीवी के माध्यम से ही पढ़ाई की व्यवस्था जारी रहेगी। स्कूल खोलने के महत्वपूर्ण निर्णय के संबंध में केंद्र सहित अन्य राज्यों और विशेषज्ञों से चर्चा कर निर्णय लिया जाएगा।
जनजातीय क्षेत्रों में शैक्षणिक गतिविधियों के लिए दूरदर्शन का लिया जाएगा सहयोग
इसके साथ ही मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में ऑनलाइन और हाईब्रिड आधार पर अर्थात वाट्सएप और डिजिटल संसाधनों और टीवी आदि के माध्यम से भी शैक्षणिक गतिविधियां जारी रहें। क्लस्टर स्तर पर टीवी उपलब्ध कराने और शाला स्तर पर डिवाइज पूल बनाने जैसी गतिविधियां संचालित की जाएं। जनजातीय क्षेत्रों में शैक्षणिक गतिविधियों के संचालन में दूरदर्शन से सहयोग लिया जाएगा।
इस दौरान खेल एवं युवा कल्याण, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया वर्चुअली सम्मिलित हुईं। बैठक में जनजातीय कार्य तथा अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री मीना सिंह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) इंदर सिंह परमार और आयुष राज्य मंत्री रामकिशोर कावरे उपस्थित थे। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा रश्मि अरुण शमी द्वारा प्रस्तुतीकरण दिया गया।
(इनपुट-हिन्दुस्थान समाचार)
