प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में पत्रकार राणा अय्यूब की 1.77 करोड़ रुपये से अधिक की बैंक जमा राशि कुर्क की है। पत्रकार के खिलाफ जांच सार्वजनिक दानदाताओं से जुटाई गई धर्मार्थ निधि में कथित अनियमितताओं से जुड़ी है।
गाजियाबाद पुलिस की सितंबर 2021 की प्राथमिकी का संज्ञान लेने के बाद अय्यूब के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया था। यह ऑनलाइन क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म केटो के माध्यम से उसके द्वारा जुटाए गए 2.69 करोड़ रुपये से अधिक के दाता कोष में अनियमितता का आरोप लगाया था।
एजेंसी के सूत्रों ने कहा, केटो पर राणा अय्यूब द्वारा जुटाए गए धन को उसकी बहन और पिता के बैंक खातों में वापस ले लिया गया था। इन सभी फंडों को बाद में अयूब के अपने खाते में स्थानांतरित कर दिया गया।
राणा अय्यूब द्वारा राहत कार्य पर खर्च का दावा करने के लिए कुछ संस्थाओं के नाम पर नकली बिल तैयार किए गए थे और हवाई यात्रा के लिए किए गए खर्चों को राहत कार्य के खर्च के रूप में दावा किया गया था।
ईडी ने कहा, चैरिटी के नाम पर पूरी तरह से पूर्व नियोजित और व्यवस्थित तरीके से फंड जुटाया गया था और जिस मकसद से फंड जुटाया गया था, उसका पूरा इस्तेमाल नहीं किया गया।