कल रविवार को राज्यसभा में जो हंगामा हुआ उसके बाद आज हंगामा करने वाले सांसदों पर कार्रवाई कि गई, राज्य सभा में हंगामा करने वाले 8 सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है,जिन सासंदों को निलंबित किया गया है वो संदन के बाहर जाने के लिए तैयार नहीं थे उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और वेल तक पहुंच गए, जिसके कारण सदन की कार्यवाही बार बार स्थगित करना पड़ा।
आज जब सभापति वैंकेया नायडू ने सदन की कार्यवाही शुरू में निबीलंबन की घोषणा की गई, इससे नाराज निलंबित सासंदों ने जमकर हंगामा किया, जिससे सदन की कार्यवाही 10 बजे तक स्थगित कर दी गई, सांसदों ने नारेबाजी करते हुए वेल तक पहुंच गए, उपसभापति ने उन्हें सदन से बाहर जाने के लिए कहा लेकिन वो बाहर जाने के लिए तैयार नहीं हुए और नारेबाजी करते रहे, उपसभापति के कड़े चेतावनी के बाद भी वो संदन के बाहर ना जाने पर अडे रहें, जिसके बाद फिर सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई।

कौन कौन से सांसद निलम्बित हुए
निलंबित होने वाले सांसदों में डेरेक ओ ब्रायन , संजय सिंह , रिपुन बोरा , सैयद नजीर हुसैन , केके रागेश , ए करीम , राजीव साटव , डोला सेन हैं . सभापति ने सोमवार को सदन की कार्यवाही के दौरान कहा कि कल का दिन राज्यसभा के लिए बहुत खराब दिन था . कुछ सदस्य सदन के वेल तक आ गए . उपसभापति के साथ धक्कामुक्की की गई . कुछ सांसदों ने पेपर को फेंका . माइक को तोड़ दिया . रूल बुक को फेंका गया . सभापति ने कहा कि इस घटना से मैं बेहद दुखी हूं . उपसभापति को धमकी दी गई . उनपर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई .
किस कारण निलंबित किया गया
रविवार को कृषि बिल पर चर्चा के दौरान जमकर हंगामा हुआ . कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के सांसद वेल में पहुंच गए . हालांकि विपक्ष के हंगामे के बीच नरेंद्र सिंह तोमर जवाब देते रहे . टीएमसी सांसद ने रूल बुक को फाड़ दिया . कुछ सांसदों ने आसन के सामने लगे माइक को भी तोड दिया .
उपसभापति ने क्या कहा
राज्यसभा के उपसभापति ने कहा कि विपक्ष के नेता को किसी भी बिल पर बोलने की इजाजत है , लेकिन निलंबित सांसदों को नियम 256 के तहत सदन से बाहर जाना होगा . उपसभापति के आदेश के बावजूद निलंबित सांसद सदन में मौजूद रहे .
