दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में आर टी पी सी आर जांच के शुल्क कम करने के आदेश दिए हैं । एक ट्वीट में उन्होंने कहा कि इस फैसले से प्राइवेट प्रयोगशालाओं में जांच कराने वाले लोगों को फायदा होगा । उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पतालों में यह जांच निशुल्क की जा रही हैं ।
पूरी दुनिया इस वक्त कोविड -19 महामारी से जूझ रही है । इस वजह से रैपिड ऐंटीबॉडीज टेस्ट , आरटी – पीसीआर टेस्ट , हॉटस्पॉट्स और कंटेनमेंट जोन जैसे मेडकल शब्द भी आजकल चर्चा में हैं । डॉक्टरों या मेडिकल क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए तो ये सामान्य शब्द की तरह ही हैं लेकिन आम लोगों के लिए ये शब्द नए जैसे हैं । इन टेस्टिंग और कंटेनमेंट टर्मिनोलॉजी को डॉक्टरों ने आम आदमी के लिए समझाकर बताया है । फिलहाल भारत में कोविड -19 की जांच के लिए दो तरह के टेस्ट किए जा रहे हैं- आरटी – पीसीआर टेस्ट और रैपिड ऐंटीबॉडीज टेस्ट । पहले बात करते हैं आरटी – पीसीआर टेस्ट की । इसका मतलब है रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलिमरेस चेन रिएक्शन ( RT – PCR ) टेस्ट । यह एक ऐसी लैब टेक्निक एनए के डीएनए में रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन को जोड़ते हुए वायरस का पता लगाता है । दूसरी तरफ ऐंटीबॉडी टेस्ट में ब्लड का इस्तेमाल होता है ताकि वायरस के प्रति शरीर की प्रतिक्रिया का पता लगाया जाए ।
