स्वच्छता और पर्यटन के लिहाज से समुद्री किनारों को वैश्विक पहचान दिलाने के लिये कई कदम उठाये जा रहे हैं। सरकार की इन योजनाओं की वजह से देश के आठ समुद्री किनारों को ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट दिया गया है। इन तटों को स्वच्छता और पर्यावरण अनुकूलता के अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप तैयार किया गया है।
ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट में गुजरात से शिवराजपुर, केरल से कप्पड, ओडिशा से गोल्डेन, अंडमान से राधानगर, दीव से घोघला, आंध्रप्रदेश से रुशीकोंदा, कर्नाटक से कासरकोड और पदुबीद्री शामिल है। इस मौके पर केन्द्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि यह भारत के लिए गर्व की बात है। देश के आठ समुद्री किनारों को अब विश्व में पहचान बनाई है। लोगों की सहायता से ही इन सभी बीच को साफ सुथरा रखा जा सका है।
आपको बता दें कि ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट डेनमार्क की एक संस्था ‘फाउंडेशन फॉर एनवायरमेंट एजुकेशन’ द्वारा दिया जाता है। ब्ल्यू फ्लैग हासिल करने के साथ भारत अब दुनिया के 50 ब्लू फ्लैग देशों में शामिल है। हलांकि भारत में ‘ब्लू फ्लैग बीच’ के मानकों के मुताबिक समुद्र तटों को विकसित करने का पायलट प्रॉजेक्ट दिसंबर 2017 में पर्यावरण मंत्रालय ने शुरू किया।
इनपुट-हिन्दुस्थान समाचार
