प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोक नायक जयप्रकाश नारायण और नानाजी देशमुख को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी है . पीएम मोदी ने कहा , ” मैं लोकनायक जेपी को उनकी जयंती पर नमन करता हूं . उन्होंने भारत की आजादी के लिए बहादुरी से लड़ाई लड़ी और जब हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला हुआ , तो उन्होंने इसकी रक्षा के लिए एक मजबूत जन आंदोलन का नेतृत्व किया . उनके लिए , राष्ट्रहित और लोगों के कल्याण से ऊपर कुछ नहीं था . “
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया , मैं लोकनायक जेपी को उनकी जयंती पर नमन करता हूं । उन्होंने भारत की आजादी के लिए बहादुरी से लड़ाई लड़ी और जब हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला हुआ , तो उन्होंने इसकी रक्षा के लिए एक मजबूत जन आंदोलन का नेतृत्व किया । उनके लिए , राष्ट्रहित और लोगों के कल्याण से ऊपर कुछ नहीं था ।पीएम मोदी ने कहा , महान नानाजी देशमुख , लोकनायक जेपी के सबसे सच्चे अनुयायियों में से एक थे । उन्होंने जेपी के विचारों और आदशरें को लोकप्रिय बनाने के लिए अथक परिश्रम किया । ग्रामीण विकास के प्रति उनके स्वयं के कार्य हमें प्रेरित करते हैं । उनकी जयंती पर मैं भारत रत्न नानाजी देशमुख को याद करता हूं।
जय प्रकाश नारायण
जयप्रकाश नारायण ( जेपी ) भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और एक राजनेता थे . देश में आजादी की लड़ाई से लेकर वर्ष 1977 तक तमाम आंदोलनों में जेपी का अहम भूमिका रही है . उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के विरोध के लिए जाना जाता है . कहा जाता है कि उनके आंदोलन की वजह से इंदिरा गांधी का केंद्र की सत्ता गंवानी पड़ी थी . जेपी के आंदोलन की वजह से 1975 में इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल की घोषणा कर दी थी .
लोकनायक जयप्रकाश नारायण का जन्म 11 अक्टूबर 1902 को बिहार के सिताबदियारा में हुआ था . उन्होंने समाज शास्त्र से एम . ए . किया था . उन्होंने अमेरिकी विश्वविद्यालय में आठ साल तक अध्ययन किया था . वहीं उन पर समाजवाद की गहरा रंग चढ़ा था . अमेरिका से वापस आने के बाद उनका संपर्क गांधी जी और जवाहर लाल नेहरु से हुआ . वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा बने . 1932 में गांधी , नेहरु और अन्य महत्त्वपूर्ण कांग्रेसी नेताओं के जेल जाने के बाद ,
