केन्द्र सरकार स्वदेशी गौ-सवंर्धन को बढ़ावा दे रही है। गौसेवा और गौ-संवर्धन के लिए गुजरात राज्य के मुख्यमंत्री विजय भाई रूपाणी ने प्रदेश की गौशालाओं व पांजरापोलों के लिए 100 करोड़ के अनुदान का प्रावधान किया है।
इस संबंध में भारतीय जीव-जंतु कल्याण बोर्ड के सदस्य गिरीश जयंतीलाल शाह ने बताया कि गुजरात के मुख्यमंत्री विजय भाई रूपाणी और उप मुख्यमंत्री नितिन भाई पटेल ने 2020 के बजट में 100 करोड़ रुपए का प्रावधान गुजरात के पांजरापोल के विकास के लिए घोषित किया है। गुजरात राज्य के सभी पांजरापोल की जिम्मेदारी है कि गौ-संवर्धन कके लिए आगे आकर काम करें। शाह ने कहा है कि सरकार के नीति नियम मुताबिक, काग़जात प्रस्तुत कर रकम उपयोग में ले लेनी चाहिए।
विभिन्न राज्यों में लागू कराने की करें कोशिश
भारतीय जीवजन्तु कल्याण बोर्ड के सदस्य गिरीश जयन्ती लाल शाह ने कहा कि अन्य राज्यों के सभी पांजरापोल के ट्रस्टी अपने स्थानिक सांसद और स्थानिक विधानसभा के माध्यम से या अपने राज्य के मुख्यमंत्री और वित्तमंत्री से मिलकर अपने राज्य में भी इस प्रकार की योजना लागू कराने की कोशिश करें। उन्होनें अनुरोध किया कि गुजरात के सभी पांजरापोल के ट्रस्टी मण्डल तुरंत कार्यवाही करें और इस योजना को सम्पूर्ण सफलता प्रदान करें।
केन्द्र सरकार की जैविक खेती के विजन को बढ़ावा देना हो या और पशुपालक को वाकई में मदद करनी हो तो गांव-गांव के गोचर विकास और भारत की सभी पांजरापोल के विकास का मास्टर प्लान अमल करना होगा। गुजरात में कार्यरत गौसेवा एवं गोचर विकास बोर्ड की कई उपलब्धियां देश के अन्य प्रदेशों के लिए उदाहरण हैं।
