भारत अपनी दोस्ती निभाने के लिये दुनियाभर में जाना जाता है, हाल ही में पीएम मोदी ने भी लाल किले की प्राचीर से कहा था कि पड़ोसी केवल वे नहीं जिनसे देश की सीमा मिलती है बल्कि वो भी हैं जिनसे दिल मिलते हैं। हांलाकि इस बार पड़ोसी देश श्रीलंका ने जब भारत से सहायता मांगी तो बिना समय गवायें भारत मदद के लिये पहुंच गया।
22 सदस्यों को सुरक्षित बचा लिया गया

दरअसल श्रीलंका के समुद्र तट से 37 मील दूर पनामा के पोत ‘एमटी न्यू डायमंड’ में लगी आग को भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल ने सफलतापूर्वक बुझा दिया है। इस बीच जहाज में विस्फोट भी हुआ, लेकिन भारतीय सेना ने चालक दल के 22 सदस्यों को बचा लिया। पनामा के इस जहाज में लगी आग को पूरी तरह बुझाने में दो दिन लगे और जहाज को खींचकर तट पर ले आया गया है।
भारत का आईएनएस सह्याद्री भी पहुंचा श्रीलंका की मदद के लिये
पनामा में पंजीकृत पोत ‘एमटी न्यू डायमंड’ 03 सितम्बर की सुबह कुवैत से लगभग 270,000 टन कच्चा तेल लेकर भारत में पारादीप पोर्ट की ओर जा रहा था। श्रीलंका के समुद्र तट से 37 मील दूर पूर्व पोत के इंजन में आग लग गई। आग को नियंत्रण में लाने के लिए जहाज के चालक दल और श्रीलंकाई नौसेना, वायुसेना ने काफी कोशिश की लेकिन काबू न हो पाने पर भारत से सहायता मांगी गई। इस पर भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने अपने जहाज शौर्य, सारंग, समुद्र पहरेदार और डोर्नियर विमानों को श्रीलंका के तट से 37 समुद्री मील दूर तेल टैंकर ‘एमटी न्यू डायमंड’ पर लगी आग को बुझाने के लिए भेजा। इसी तरह क्षेत्र में तैनात भारतीय नौसेना ने आईएनएस सह्याद्री को भी बचाव अभियान शुरू करने और सहायता प्रदान करने के लिए रवाना किया।
‘एमटी न्यू डायमंड’ में विस्फोट के बाद एक नाविक लापता
भारतीय नौसेना ने श्रीलंका अधिकारियों के साथ संपर्क में आकर बचाव कार्य शुरू किया। आईसीजी के जहाज शौर्य ने भी घटना स्थल पर पहुंचकर एमटी न्यू डायमंड में लगी आग बुझाने के लिए पानी और फोम का लगातार छिड़काव किया। इस बचाव और राहत कार्य की देखरेख के लिए डॉर्नियर एयरक्राफ्ट आसमान में चक्कर लगाता रहा। श्रीलंका और भारत के जहाजों और विमानों ने दूसरे दिन शुक्रवार को तेल टैंकर में आग बुझाने के प्रयास तेज कर दिए क्योंकि अधिकारियों ने जहाज के लीक होने या विस्फोट होने पर श्रीलंका तट के आसपास महत्वपूर्ण पर्यावरणीय नुकसान की चेतावनी दी थी। इसके बावजूद आग की वजह से विस्फोट हो गया। जहाज के चालक दल में पांच ग्रीक और 18 फिलीपीन नागरिक थे। बायलर में विस्फोट होने पर नाविक फिलिपिनो लापता हो गया, बाकी 22 सदस्यों को सुरक्षित बचा लिया गया। श्रीलंकाई नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन इंडिका डी सिल्वा ने शुक्रवार को कहा कि लापता नाविक को मृत मान लिया गया है।
भारतीय सेना की सतर्कता से तेल रिसाव होने से बचा
बहरहाल भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक बल और श्रीलंकाई नौसेना के संयुक्त प्रयासों से एमटी न्यू डायमंड में लगी आग को बुझा लिया गया। आईसीजी के जहाज शौर्य ने लगातार 03 नावों के साथ पूरी तरह आग बुझाने के लिए कूलिंग की। आग बुझने के बाद जहाज में पानी से 10 मीटर ऊपर दो मीटर की दरार देखी गई। जहाज में आग बुझने के बाद भारत सरकार ने जहाज को समुद्र के किनारे लाने के लिए दो आपातकालीन रस्सा वेसल्स तैनात किए हैं। भारत के इस राहत कार्य की एक उपलब्धि यह भी रही कि जहाज एमटी न्यू डायमंड से समुद्र क्षेत्र में तेल का रिसाव नहीं हुआ है। इसके बावजूद भारतीय तटरक्षक बल ने स्प्रे पॉड्स और ऑयल स्पिल डिस्पेंसर के साथ 02 डोर्नियर विमान तूतीकोरिन से मटल्ला तक तैनात किये हैं, जो तेल रिसाव की रोकथाम के लिए एक निवारक उपाय करेंगे।
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक दल ने आग बुझाने के बाद भी एमटी न्यू डायमंड जहाज पर निगरानी बना रखी है। अब कोई भी आग की लपटें दिखाई नहीं देतीं, हालांकि भारी धुआं बना हुआ है। समुद्र क्षेत्र में तेल का रिसाव नहीं हुआ है और जहाज को 02 आपातकालीन रस्सा वेसल्स से खींचकर समुद्र के तट पर ले आया गया है। आईएनएस सह्याद्रि इस ऑपरेशन के कमांडर के रूप में एमटी न्यू डायमंड की एस्कॉर्टिंग और मॉनिटरिंग के लिए श्रीलंका अधिकारियों के साथ समन्वय कर रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार
