रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने विशेष ओपन मार्केट ऑपरेशंस की घोषणा की है, जिसके तहत केंद्रीय बैंक भारत सरकार की 10,000 करोड़ रुपए की प्रतिभूतियों (सिक्योरिटी) की खरीद और बिक्री करेगा। बैंक ने कहा,”वर्तमान तरलता और वित्तीय स्थितियों की समीक्षा के बाद भारतीय रिजर्व बैंक ने ओपन मार्केट ऑपरेशंस (OMO) के तहत आगामी 6 मई से दस हजार करोड़ की सकल राशि के सरकारी प्रतिभूतियों की खरीद और बिक्री का संचालन करने का निर्णय लिया है। नीलामी प्रक्रिया में शामिल होने वाले सभी लोगों को अपनी बोली को 6 मई को भारतीय रिजर्व बैंक कोर बैंकिंग सोल्यूशन (ई-कुबेर) प्रणाली पर आधारित इलेक्ट्रॉनिक प्रारूप में सुबह 10 बजे से लेकर 11 बजे तक जमा करना होगा।
6 मई को ही आएगा नीलामी का परिणाम
इस नीलामी का परिणाम उसी दिन घोषित किया जायेगा और सफल प्रतिभागियों को उनके धन/प्रतिभूति की उपलब्धता अगले दिन दोपहर 12 बजे तक उनसे सम्बंधित चालू खाते/सहायक जनरल लेजर में करा दी जायेगी। भारतीय रिजर्व बैंक विशेष ओपन मार्केट ऑपरेशंस के तहत 10 हजार करोड़ की धनराशि के तीन जी-सेक प्रतिभूतियों को भी खरीदेगा। इन प्रतिभूतियों के पूरा होने की अवधि क्रमशः 2026, 2028 और 2030 है।
क्या है ओपन मार्केट ऑपरेशन
ओपन मार्केट ऑपरेशन (ओएमओ) के तहत केंद्रीय बैंक सरकारी सिक्योरिटी और ट्रेजरी बिल की खरीद और बिक्री करते हैं। देश की अर्थव्यवस्था में पैसे की आपूर्ति को नियंत्रित करने के लिए आरबीआई ओपन मार्केट ऑपरेशन का इस्तेमाल करता है। भारत में यह काम रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया करता है। आरबीआई यह काम व्यावसायिक बैंकों के जरिए करता है। वह सीधे बाजार से सरकारी सिक्योरिटी नहीं खरीदता है। इससे पूर्व अर्थव्यवस्था में सुविधाजनक स्तर पर नकदी बनाए रखने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने अक्टूबर 2020 में ओपन मार्केट ऑपरेशंस (ओएमओ) के तहत 20,000 करोड़ रुपए की सरकारी प्रतिभूतियों की खरीद बिक्री करने की घोषणा की थी।