प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 69 वीं बार ‘ मन की बात ‘ कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया । इस दौरान उन्होंने लोगों को कोरोना से बचाव में पूरी सावधानी रखने की सलाह दी । बच्चों को कहानी सुनाने की परंपरा खत्म होने पर चिंता जताई । किसानों को भरोसा दिया कि कृषि बिलों से उनका नुकसान नहीं , फायदा होगा । उन्हें जहां ज्यादा कीमत मिलेगी अपनी फसल – फल वहीं बेंच सकेंगे । आखिरी में महात्मा गांधी , लालबहादुर शास्त्री , जयप्रकाश नारायण और राजमाता सिंधिया के योगदान को याद किया । इन सभी हस्तियों का अगले महीने जन्मदिन है ।
कोरोना के बीच अपना और बच्चों का ध्यान रखें
कोरोना के कालखंड में दो गज की दूरी जरूरी बन गई है । इस दौरान कई परिवारों को दिक्कतें भी आईं । परिवार के बुजुर्गों ने बच्चों को कहानियां सुनाकर समय बिताया । कहानियां संवेदनशील पक्षों को सामने लाती हैं । जब मां बच्चे को खाना खिलाने के लिए कहानी सुनाती है , उसे देखना दिलचस्प होता है ।
• लंबे समय तक में घुमंतू रूप में रहा । कई घरों में जाता था । मैं बच्चों को कहानियां सुनाता था । वे कहते थे , अंकल चुटकुले सुनाइए । मैं हैरान रह गया कि घरों में कहानियों की परंपरा खत्म हो गई ।
• हमारे यहां तो हितोपदेश , पंचतंत्र जैसी कहानियों की परंपरा रही है । दक्षिण भारत में ही ऐसी परंपरा है , जिसे विल्लूपाट कहते हैं । कई लोग इसे आगे बढ़ाने के लिए प्रयास कर रहे हैं ।
• परिवार में हर हफ्ते कहानियों के लिए समय निकालिए । इसके लिए करुणा , वीरता , प्रेम जैसे विषय भी निर्धारित कीजिए । मैं हर स्टोरी टेलर से कहना चाहता हूं कि हम आजादी का 75 वां साल मनाने जा रहे हैं । आजादी से लेकर अब तक की घटनाओं को कहानियों में गढ़ सकते हैं क्या ? ‘
• कोरोना काल में मास्क जरूर पहनें , दो गज की दूरी रखें । यह आपको और परिवार को बचाएगा । हम यह न भूलें- जब तक दवाई नहीं , तब तक ढिलाई नहीं । ऐप खोलें
प्रधानमंत्री ने मन की बात के दौरान बेंगलुरू की स्टोरीटेलिंग सोसाइटी की अपर्णा अथरे , शैलजा संपत , सौम्या श्रीनिवासन , अपर्णा जयशंकर और लावण्या प्रसाद से बातचीत की . पीएम ने उनसे स्टोरीटेलिंग के अनुभव और इसकी शुरुआत के बारे में चर्चा की . कुछ कहानियां भी सुनाई गईं . इस लंबी बातचीत को पीएम मोदी नरेंद्र मोदी एप पर शेयर करेंगे . उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इसे जरूर सुनें . इसके आगे पीएम मोदी लोगों से अपील की कि वे अपने घरों में कहानियों के लिए समय निकालें . ऐसा भी किया जा सकता है कि हर सप्ताह के लिए परिवार के सदस्य कोई एक विषय पर कहानी सुनाएं . ये बेहद रोचक साबित होगा . इसके विषय मानवीय पक्षों से जुड़े हो सकते हैं . इसमें गुलाम भारत के कालखंड की प्रेरक रहा है।वहीं किसानों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना संकट के काल में हमारे देश के कृषि क्षेत्र ने एक बार फिर अपना दमखम दिखाया है . एसीएमसी एक्ट का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने हरियाणा के किसान कंवर चौहान का जिक्र किया . कंवर चौहान के मुताबिक , 2014 में फल और सब्जियों को एपीएमसी एक्ट से बाहर कर दिया गया . इसका उन्हें और आस पास के साथी किसानों को बहुत फायदा हुआ .
इसके साथ ही पीएम मोदी ने शहीद भगत सिंह को नमन किया . कल 28 सितंबर को उनकी जयंती है . उन्होंने राष्ट्रपति महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को भी याद किया . भारत रत्न नानाजी देशमुख और राजमाता विजयराजे सिंधिया के योगदान को रेखांकित किया ।
