अटल टनल रोहतांग का तीन अक्तूबर को उद्घाटन करने आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक दिन पहले शुक्रवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह मनाली पहुंचेंगे । सासे हेलीपैड में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर राजनाथ सिंह का स्वागत करेंगे । रक्षामंत्री सामरिक महत्व के मनाली – लेह मार्ग पर बने तीन पुलों का उद्घाटन करेंगे । उधर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय उद्घाटन कार्यक्रम में शिरकत नहीं करेंगे । राजभवन ने इसके पीछे स्वास्थ्य और कोविड प्रोटोकोल की दलील दी है । इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार और प्रेम कुमार धूमल भी कार्यक्रम से दूर रहेंगे । विज्ञापन उधर सूत्रों का कहना है कि पीएमओ की ओर से कार्यक्रम में उम्रदराज लोगों को न आने के लिए कहा गया है ।
कुल्लू जिला प्रशासन ने पीएम मोदी के कुल्लू प्रवास के चलते सुरक्षा के दृष्टिगत मनाली और आसपास के क्षेत्र में धारा 144 लगा दी है । एसपीजी की टीम ने वीरवार को नॉर्थ पोर्टल और सिस्सू जनसभा स्थल के आसपास के इलाके की सुरक्षा जांची । चंद्रा नदी के दोनों तरफ कई चिह्नित स्थानों पर शार्प शूटर तैनात कर दिए गए हैं , जबकि हेलीकाप्टर और ड्रोन से भी पूरे क्षेत्र पर नजर रखी जाएगी । राजनाथ सिंह दारचा में बने 360 मीटर लंबेप्रदेश के पहले स्टील ब्रिज के अलावा नॉर्थ पोर्टल के चंद्रानदी पर बने 100 मीटर और ब्यास नदी पर पलचान मुल का उद्घाटन करेंगे । इस दौरान प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर वह तैयारियों की समीक्षा करेंगे । इसके लिए शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी मनाली पहुंच रहे हैं । तीन अक्तूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अटल टनल रोहतांग के उद्घाटन के लए आ रहे हैं । मनाली के सासे हेलीपैड पर उनका हेलीकाप्टर लैंड करेगा , उसके बाद पीएम टनल से होकर लाहौल के सिस्सू पहुंचेंगे । सासे में रक्षामंत्री और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर उनका स्वागत करेंगे । तकनीकी शिक्षा मंत्री रामलाल मारकंडा ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी गोंधला इलाके में प्रस्तावित स्की स्लोप की घोषणा कर सकते हैं ।
अटल टनल
सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण अटल टनल रोहतांग दस साल बाद तैयार कर ली गई है । पीर पंजाल की पहाडियों में बनी इस टनल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को विधिवत देश की जनता को समर्पित करेंगे । नरेंद्र मोदी निवार सुबह करीब नौ बजे मनाली पहुंच जाएंगे व ] बजे से पहले टनल का लोकार्पण कर देंगे । दस साल में बनकर तैयार हुई अटल टनल से लाहुल घाटी सहित चंबा की किलाड़ व पांगी घाटी में आपके लिये विकास की नई गाथा लिखी लद्दाख में बैठे देश के प्रहरियों तक रसदपहुंचाना भी आसान होगा । 46 किलोमीटर कम हुई लेह की दूटी नौ किलोमीटर लंबी अटल टनल के निर्माण से लेह लद्दाख में सरहद तक पहुंचने के लिए 46 किलोमीटर सफर कम हो गया है । हालांकि सालभर तो लेह – लद्दाख मनाली से नहीं जुड़ा रहेगा । लेकिन टनल निर्माण से मनाली लेह मार्ग की बहाली जल्द हो सकेगी और सफर भी सुगम होगा । यह टनल भारतीय सेना को मजबूती प्रदान करेगी । सेना को सीमा में पहुंचने के लिए समय कम लगेगा और सैन्य सामान आपके लिये पहुंचाना भी सरल होगा ।
