सरकार ने कहा है कि सितंबर के मध्य से देश में कोरोना संक्रमित रोगियों की संख्या निरंतर कम हो रही है । स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने आज नई दिल्ली में संवाददाताओं को बताया कि एक सौ 63 दिनों के बाद इलाज करा रहे संक्रमित लोगों की संख्या तीन लाख से कम रह गई है । उन्होंने कहा कि कई देशों में प्रति दस लाख आबादी पर पचास हजार से अधिक लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई , लेकिन भारत में प्रति दस लाख की आबादी पर सात हजार तीन सौ लोग ही संक्रमित हुए , जो विश्व में सबसे कम है । विश्व में संक्रमण की औसत दर नौ हजार 697 है ।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि देश में पिछले सात सप्ताहों में संक्रमित लोगों की दैनिक औसतन संख्या में लगातार गिरावट देखी गई है । उन्होंने कहा कि 16 और 22 दिसंबर के बीच रोजाना औसतन 24 हजार एक सौ 35 लोग संक्रमित हुए । जबकि 4 और 10 नवम्बर के बीच दैनिक औसत 46 हजार तीन सौ एक रहा । भूषण ने कहा कि देश में प्रति दस लाख आबादी पर मृत्यु दर भी विश्व में सबसे कम है ।
भारत में मृत्यु दर औसतन एक सौ छह जबकि दुनिया में दो सौ 16 है । उन्होंने कहा कि अब तक 16 करोड तीस लाख से अधिक जांच की गई हैं । स्वास्थ्य मामलों संबंधी नीति आयोग के सदस्य डॉ . वी . के . पॉल ने बताया कि ब्रिटेन में कोरोना वायरस के रूप बदलने के कारण संक्रमण बढ गया है । इससे रोग की गंभीरता और मृत्यु दर प्रभावित नहीं हुई है । उन्होंने कहा कि यह वायरस का नया रूप अभी भारत में नहीं देखा गया है । डॉक्टर पॉल ने कहा कि चिंता का कोई कारण नहीं है , घबराने की जरूरत नहीं है , लेकिन सतर्क रहने की आवश्यकता है । उन्होंने कहा कि वायरस के नए रूप से विकसित की जा रही वैक्सीन की क्षमता पर अभी तक कोई दुष्प्रभाव नहीं देखा गया है ।
