कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आज कहा कि सरकार किसानों के साथ बातचीत करके उनके मुद्दों पर विचार विमर्श के लिए तैयार है । पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि कृषि संबंधी नए कानून समय की मांग थे और इनसे भविष्य में क्रांतिकारी परिवर्तन आएंगे । उन्होंने आंदोलन कर रहे किसानों से उत्तेजित न होने की अपील करते हुए कहा कि उन्होंने किसानों को बातचीत के लिए तीन दिसम्बर को आमंत्रित किया है । उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बातचीत से सकारात्मक परिणाम निकलेंगे ।
क्या है मामला
केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब , हरियाणा व राजस्थान के किसान 26 से 28 नवंबर तक के लिए दिल्ली कूच ‘ पर निकले हैं । गुरुवार को इनके दिल्ली प्रवेश को रोकने के लिए दिल्ली – हरियाणा सीमा पर पुलिस व सुरक्षा बलों की तैनाती व बैरिकेड आदि लगाकर सख्त इंतजाम किए गए हैं । आज सुबह पंजाब के किसान पटियाला अंबाला हाईवे पर किए गए बैरिकेड को तोड़ते हुए और वाटर कैनन व आंसू गैस के गोले झेलते हुए आगे बढ़े । जब ये किसान हरियाणा के सादोपुर पहुंचे तो इन्हें एक बार फिर वाटर कैनन की बौछारें झेलनी पड़ी । इस वक्त दिल्ली की सभी सीमाओं पर लंबे जाम लगे हुए हैं और दिल्ली में प्रवेश के लिए आम आदमी को भी जद्दोजहद करनी पड़ रही है । दूसरी तरफ गुरुग्राम में योगेंद्र यादव ने किसान मोर्चा को दिल्ली कूच के लिए बुलाया था , लेकिन वहां पहुंचे सभी लोगों को हिरासत में ले लिया गया । हरियाणा में धारा 144 लागू कर दी गई है ।
