जियो प्लेटफॉर्म में निवेश जुटाने के बाद अब मुकेश अंबानी अपनी रिटेल कंपनी के लिए फंड जुटाने में लगे हैं । मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के रिटेल कारोबार में एक के बाद एक निवेशों की झड़ी लग गई है । सिंगापुर सॉवरेन वेल्थ फंड जीआईसी और ग्लोबल इनवेस्टमेंट फर्म टीपीजी कैपिटल ने रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड ( RRVL ) में कुल एक अरब डॉलर यानी करीब 7350 करोड़ रुपये का निवेश करने की घोषणा की है ।जीआईसी रिलायंस रिटेल में 5512.5 करोड़ रुपये निवेश करेगी , जिसके बदले उसे 1.22 फीसदी हिस्सेदारी मिलेगी । वहीं टीपीजी 1838.7 करोड़ रुपये का निवेश करेगी , जिसके बदले उसे 0.41 फीसदी हिस्सेदारी मिलेगी । रिलायंस रिटेल की प्री – मनी इक्विटी वैल्यू 4.285 लाख करोड़ रुपये आंकी गई है । मालूम हो कि टीपीजी का रिलायंस में यह दूसरा निवेश है । पहले टीपीजी ने जियो प्लेटफॉर्म में 4,546.8 करोड़ रुपये का निवेश करने की घोषणा की थी ।
रिलायंस रिटेल में निवेश का सिलसिला 9 सितंबर को सिल्वर लेक से शुरू हुआ था , उसके बाद केकेआर , जनरल अंटलांटिक और मुबाडला जैसे वैश्विक निवेश फंड इंवेस्टमेंट कर चुके हैं । पिछले बुधवार को सिल्वर लेक ने रिलायंस रिटेल में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई थी । जीआईसी और टीजीपी डील को मिला कर अब तक 25 दिनों में 7 निवेशों के जरिए रिलायंस रिटेल में 7.28 % इक्विटी के लिए 32.19 हजार करोड़ से अधिक का निवेश हो चुका है । साल की शुरुआत में टीपीजी ने जियो प्लेटफॉर्स में 4,546.8 करोड़ रुपये का निवेश किया था । यह टीजीपी का रिलायंस इंडस्ट्रीज की एक सहायक कंपनी में दूसरा निवेश है । रिलायंस रिटेल पर सालाना करीब 64 करोड़ खरीददार रिलायंस रिटेल लिमिटेड के देश भर में फैले 12 हजार से ज्यादा स्टोर्स में सालाना करीब 64 करोड़ खरीददार आते हैं । यह भारत का सबसे बड़ा सबसे तेजी से विकसित होने वाला रिटेल बिजनेस है । रिलायंस रिटेल के पास देश के सबसे लाभदायक रिटेल बिजनेस तमगा भी है । कंपनी खुदरा वैश्विक और घरेलू कंपनियों , छोटे उद्योगों , खुदरा व्यापारियों तक है।
रिलायंस रिटेल ने अपनी नई वाणिज्य रणनीति के तहत छोटे और असंगठित व्यापारियों का डिजिटलीकरण शुरू किया है । कंपनी का लक्ष्य 2 करोड़ व्यापारियों को इस नेटवर्क से जोड़ना है । यह नेटवर्क व्यापारियों को बेहतर टेक्नॉलोजी के साथ ग्राहकों को बेहतर मूल्य पर सेवाएं देने में सक्षम बनाएगा । रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने सौदों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि भारत के रिटेल सेक्टर का ईको सिस्टम बदलने की जरूरत है । जीआईसी और टीपीजी इस मिशन में सहायक होगें । टेक्नॉलोजी कंपनियों और बिजनेस में निवश करने का जीआईसी के बढ़िया ट्रैक रिकॉर्ड की भी उन्होंने प्रशंसा की । टीपीजी सौदे पर बोलते हुए रिलायंस रिटेल की निदेशक ईशा अंबानी ने कहा , ” भारतीय रिटेल सेक्टर में क्रांति और लाखों व्यापारियों की आर्थिक स्थिती में सुधार लाने की हमारी यात्रा में , हमें टीपीजी का स्वागत करते हुए बेहद खुशी हो रही है । TPG का समद अनभव रिलायंस रिटेल मिशन के लिए।
ये है कंपनी का लक्ष्य
रिलायंस रिटेल लिमिटेड के देशभर में फैले 12,000 से ज्यादा स्टोर्स में सालाना करीब 64 करोड़ ग्राहक आते हैं । यह भारत का सबसे बड़ा और सबसे तेजी से विकसित होने वाला रिटेल बिजनेस है । रिलायंस रिटेल के पास देश के सबसे लाभदायक रिटेल बिजनेस का तमगा भी है । कंपनी खुदरा वैश्विक और घरेलू कंपनियों , छोटे उद्योगों , खुदरा व्यापारियों और किसानों का एक ऐसा तंत्र विकसित करना चाहती है , जिससे उपभोक्ताओं को किफायती मूल्य पर सेवा प्रदान की जा सके और लाखों रोजगार पैदा किए जा सकें ।
