शिक्षक भर्ती में 1167 खाली पद एसटी वर्ग से भरने की मांग को लेकर चल रहा उग्र प्रदर्शन लगातार चौथे दिन भी जारी रहा । हालांकि , डूंगरपुर और खेरवाड़ा तो शांत हो गया , लेकिन उदयपुर के ऋषभदेव में उपद्रवियों के पथराव से 6 पुलिसकर्मियों समेत 8 लोग घायल हो गए । पहाड़ियों पर चढ़े कई प्रदर्शनकारी बड़े पत्थरों से पुलिसकर्मियों को निशाना बना रहे हैं , जिसमें अब तक 40 से ज्यादा घायल हो चुके हैं । वहीं , उपद्रव को देखते हुए उदयपुर की सराडा और गोगुंदा पंचायत समितियों की 55 ग्राम पंचायतों के चुनाव स्थगित कर दिए गए हैं । इसके अलावा पंचायती राज संस्थाओं के प्रथम चरण की सभी 947 ग्राम पंचायतों में सरपंच और पंच पदों के लिए सोमवार सुबह 7.30 से शाम 5.30 बजे तक मतदान किया जाएगा । उधर , शाम को उदयपुर – अहमदाबाद हाइवे भी चौथे दिन वाहनों के लिए खोल दिया गया ।वहीं , सुलह की कोशिशें भी शुरू हो गई हैं । रविवार को खेरवाड़ा पंचायत समिति में प्रशासन व जनप्रतिनिधि की बैठक में निर्णय हुआ कि शिक्षक भर्ती 2018 की रिक्त रही सीटों को लेकर अब सरकार सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर की जाएगी ।
शनिवार को हुई खेरवाड़ा की हिंसा में अब तक 2 लोगों की मौत हो चुकी है और 50 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं . कहा जा रहा है कि हिंसा के दौरान 50 से ज्यादा वाहन फूंक दिए गए हैं और सौ के आसपास दुकानों और मकानों में लूटपाट हुई है .
क्या है पूरा मामला
12 अप्रैल 2018 को थर्ड ग्रेड टीचर भारतीय में आदिवासी क्षेत्र के लिए 5431 पद पर भर्ती निकली थी . आदिवासी इलाकों को टीएसपी एरिया कहा जाता है , जिसमें एसटी को 45 प्रतिशत , एससी को 5 % और सामान्य वर्ग को 50 % आरक्षण है . इस भर्ती में सामान्य वर्ग के लिए 2721 पद थे . नियम के अनुसार , एससी और एसटी के छात्र 36 पर्सेट नंबर लाकर पास कर सकते हैं , मगर सामान्य वर्ग के छात्रों को 60 % नंबर लाना जरूरी है . ऐसे में सामान्य वर्ग से 1554 पद पर ही छात्र 60 % नंबर लाए और 1167 पद खाली रह गया . अब आदिवासी परीक्षार्थियों का मानना है कि बाकी रह गए 1167 पदों पर भी 36 % नंबर लाने वाले आदिवासियों की भर्ती दी जाए . हाई कोर्ट इसे मना कर चुका है . हाईकोर्ट ने कहा था कि सामान्य वर्ग के खाली पद भरने के लिए 60 % अंक जरूरी है ।
