अब सीएम योगी के काफिले में चलने वाले अतिरिक्त वाहन की पोजीशन बदली जाएगी . दरअसल , अतिरिक्त वाहन इमरजेंसी के लिए रिजर्व रहता है और ये फ्लीट वाहनों के बीच ही चलता है . मौजूदा समय में पीएम मोदी की सुरक्षा में चलने वाले वाहनों में ही अतिरिक्त वाहन की पोजीशन बदली जाती है . इस खास बदलाव को सीएम योगी की सुरक्षा की ग्रीन बुक में दर्ज किया जाएगा . कहा जा रहा है कि सुरक्षा मुख्यालय के अधिकारियों ने पीएम मोदी की सुरक्षा की ब्लू बुक के अध्ययन किया था जिसके बाद उन्होंने इस बदलाव की सिफारिश की थी . खबर के मुताबिक , इससे पहले साल 2017 में योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा – व्यवस्था के लिए ग्रीन बुक का रिव्यू किया गया था .
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सरकारी सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए शासन द्वारा अनुमोदित ग्रीन बुक ( संशोधित संस्करण 2017 ) के निर्देशों के क्रम में उनकी सुरक्षा फ्लीट की संरचना तय की हुई है । कैबिनेट ने इस वर्तमान संरचना क्रम में परिवर्तन करने का फैसला किया है । मुख्यमंत्री की सुरक्षा का आडिट किए जाने पर इसकी जरूरत महसूस की जा रही थी । मुख्यमंत्री को आतंकी खतरे की आशंका को देखते हुए उनकी सुरक्षा की समय – समय पर समीक्षा की जाती रही है । इससे पहले पिछले दिनों लोक भवन स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय के शीशे बुलेट प्रूफ करने का फैसला लिया गया था । यह सुरक्षा प्लान केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ( सीआईएसएफ ) के सुझाव पर तैयार किया गया था । इसी तरह गोरखनाथ मंदिर स्थित उनके आवास की सुरक्षा व्यवस्था भी और पुख्ता की गई है । वहां सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं । साथ ही बैरियर भी बढ़ाए गए हैं । इससे मंदिर और परिसर में स्थित योगी आदित्यनाथ के आवास की सुरक्षा और पुख्ता हो गई है ।
