महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को राज्य के लोगों से कोविड -19 के विरूद्ध अपनी सावधानियां कम नहीं करने तथा दूसरे लॉकडाउन से बचने के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन करने की अपील की । उन्होंने कहा कि वैसे उन्हें रात का कप ! लगाने की सलाह दी गयी है लेकिन वह नहीं मानते कि ऐसी पाबंदियों को लागू कर कुछ भी हासिल किया जा सकता है ।
उन्होने कहा कि लॉकडाउन की शर्तों में ढील देने का मतलब यह नहीं है कि महामारी चली गयी , इसलिए लोगों को सावधान रहने की जरूरत है । एक वेबकास्ट के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे तो बड़े पैमाने पर लोग कोविड -19 सुरक्षा नियमों का पालन कर रहे हैं लेकिन अब भी कई अन्य मास्क लगाने के निर्देश का पालन नहीं कर रहे हैं और भीड़ – भाड़ वाली जगहों पर घूम रहे हैं ।
उप मुख्यमंत्री का अलग आलाप
पवार ने रविवार को कहा कि दिवाली के दौरान बहुत भीड़ उमड़ी थी । यहां तक कि गणेश चतुर्थी के समय पर भी हमने भीड़ देखी थी । हम संबंधित विभागों से बात कर रहे हैं । हम अगले 8-10 दिन तक स्थिति का आंकलन करेंगे और उसके बाद लॉकडाउन को लेकर कोई फैसला लेंगे । उन्होंने कहा कि दिवाली के समय ऐसी भीड़ थी मानो कोरोना इतनी भारी भीड़ के कारण ही खत्म हो जाएगा । अब आशंका जताई जा रही है कि कोरोना की दूसरी लहर आ सकती है ।
उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि अगर राज्य में कोरोना की दूसरी लहर आती है तो इसके लिए सरकार प्रबंध कर रही है । सरकार ने कई नियम बनाए हैं । सरकार ने स्कूल शुरू करने के लिए कई नियम बानए हैं जिसमें किस तरह उन्हें सैनिटाइज करना चाहिए , यह बकने के कई तरीकों का समावेश किया गया है । बताई – शनिवार को राज्य में 5760 मामले सामने आने के थ यहां कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों के 17 लाख 74 हजार 455 हो गई ।
