यात्रियों की यात्रा को और सरल, सुगम और सुरक्षित करने के लिये रेलवे हर कोशिश कर रही है। इसी के तहत दूरगामी ट्रेनों में सफर करने वाली महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए दक्षिण पूर्व रेलवे ने एक बड़ा कदम उठाया है। सुरक्षा के लिए ‘ऑपरेशन माई सहेली’ नामक एक पायलट परियोजना की शुरूआत की गई है। इसके तहत यात्रा के दौरान ट्रेन में अकेली सफर कर रहीं महिला यात्रियों की सुरक्षा का आखिरी स्टेशन तक पूरा ध्यान रखा जायेगा।
महिला आरपीएफ की टीम महिलाओं से करेंगी संपर्क
दक्षिण रेलवे ने हावड़ा-यशवंतपुर दुरंतो स्पेशल, हावड़ा-अहमदाबाद स्पेशल, हावड़ा-मुंबई स्पेशल एवं रांची- नई दिल्ली राजधानी स्पेशल ट्रेन में ‘ऑपरेशन माइ सहेली’ की शुरूआत की गई है। आने वाले दिन में इस प्रोजेक्ट की शुरूआत अन्य ट्रेनों में भी की जायेगी। इस प्रोजेक्ट के लिए महिला आरपीएफ की एक टीम तैयार की गयी है। ट्रेन खुलने से पहले टीम के सदस्य सभी कोच में राउंड लगायेंगी। यह टीम ट्रेन में अकेली सफर कर रहीं महिला यात्रियों से संपर्क कर उनका मोबाइल नंबर संग्रह करेंगी। 40-50 महिला यात्रियों के मोबाइल नंबर संग्रह करने के बाद यह टीम एक ब्रॉडकास्ट ग्रुप (एक तरह का व्हाट्सअप ग्रुप) बनायेगी।
महिला यात्री ग्रुप में कर सकती हैं शिकायत
सफर करने के दौरान अगर महिला यात्री को किसी तरह की परेशानी होती है, तो इस ग्रुप में वह अपनी शिकायत देंगी। साथ ही 182 नंबर पर डायल कर वह अपनी शिकायत दर्ज करा सकती हैं। ग्रुप में शिकायत मिलते ही महिला आरपीएफ की टीम हरकत में आयेगी और यात्री की शिकायत को अगले अधिकारी के पास फॉरवर्ड किया जायेगा, जहां पर ट्रेन का अगला पड़ाव होगा। अगले स्टेशन पर ट्रेन पहुंचते ही आरपीएफ के अधिकारी शिकायतकर्ता के पास पहुंचेंगे और आगे की कार्रवाई की जायेगी। गंतव्य स्टेशन पर उतरने के बाद भी महिला आरपीएफ की टीम यात्री से संपर्क कर उनकी यात्रा की जानकारी लेगी।
