महाराष्ट्र विधानसभा का शीतकालीन सत्र 14 और 15 दिसंबर को नागपुर के स्थान पर मुंबई में आयोजित किया जाएगा । कार्य मंत्रणा समिति की आज हुई बैठक में यह फैसला लिया गया । कोरोना वायरस को देखते हुए एहतियात के तौर पर सत्र के दिनों में कमी की गई है ।
हालांकि विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने इस फैसले पर असंतोष व्यक्त किया है । महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेन्द्र फडणवीस ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार सत्र को बुलाने के पक्ष में ही नहीं लगती । उन्होंने कहा कि दो दिन के सत्र की घोषणा स्वीकार्य नहीं है । उन्होंने कहा कि विपक्ष ने कम से कम दो सप्ताह की अवधि वाले सत्र की मांग की थी , जिसमें राज्य के बहुत से मसलों पर चर्चा करके समाधान निकाला जा सकता था ।
वहीं राज्य के संसदीय कार्य मंत्री अनिल परब ने मीडिया को बताया कि महाराष्ट्र में कोविड -19 संक्रमण की स्थिति को देखते हुए लम्बी अवधि का सत्र उपयुक्त नहीं है । उन्होंने विपक्ष के आरोपों पर टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया ।
