कोरोना की दूसरी लहर शुरू होने की आहट ने महाराष्ट्र सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं । इसकी रोकथाम के लिए सोमवार को सरकार ने बड़ा फैसला लिया । इसके मुताबिक , अब दिल्ली , राजस्थान , गोवा और गुजरात से महाराष्ट्र जाने वालों के लिए कोविड -19 निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य कर दिया गया है । यात्रियों को सफर करने से 72 घंटे पहले इसके लिए कोविड -19 टेस्ट कराना होगा । बगैर कोविड -19 निगेटिव रिपोर्ट के इन राज्यों से महाराष्ट्र पहुंचने वालों को एंट्री नहीं दी जाएगी ।
महाराष्ट्र सरकार की ओर से जारी दिशा – निर्देश में कहा गया है कि दिल्ली , राजस्थान , गुजरात और गोवा से राज्य में आने वाले लोगों की कोविड -19 लक्षणों के लिए जांच करेगी और जिनमें लक्षण नहीं होंगे , केवल उन्हें ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी । महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को राज्य के लोगों से कोविड -19 के विरूद्ध अपनी सावधानियां कम नहीं करने तथा दूसरे लॉकडाउन से बचने के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन करने की अपील की । उन्होंने कहा कि वैसे उन्हें रात का कप ! लगाने की सलाह दी गयी है लेकिन वह नहीं मानते कि ऐसी पाबंदियों को लागू कर कुछ भी हासिल किया जा सकता है । उन्होने कहा कि लॉकडाउन की शर्तों में ढील देने का मतलब यह नहीं है कि महामारी चली गयी , इसलिए लोगों को सावधान रहने की जरूरत है ।
एक वेबकास्ट के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे तो बड़े पैमाने पर लोग कोविड -19 सुरक्षा नियमों का पालन कर रहे हैं लेकिन अब भी कई अन्य मास्क लगाने के निर्देश का पालन नहीं कर रहे हैं और भीड़ भाड़ वाली जगहों पर घूम रहे हैं । उन्होंने कहा था कि दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे मामले चिंता का विषय हैं और अहमदाबाद में तो कप ! भी लग गया । मैं दूसरा लॉकडाउन नहीं चाहता लेकिन आपको भी स्थिति की गंभीरता समझनी चाहिए ।
महाराष्ट्र सरकार ने ये बड़े फैसले लिए
बगैर मास्क दिखने पर 200 से 500 रुपए का जुर्माना देना होगा ।
सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर 1,000 रुपए का जुर्माना । तीसरी बार थूकते हुए पकड़े जाने पर 5 हजार रुपए का जुर्माना और 5 दिन की सार्वजनिक सेवा देनी होगी ।
• हर किसी को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा । 60 साल से अधिक आयु वर्ग और 10 साल से नीचे के बच्चों को जरूरत पड़ने पर ही बाहर निकलने की अनुमति होगी ।
• गर्भवती महिलाओं को घर में ही रहने की सलाह दी गई है ।
मुख्यमंत्री ने कहा- दूसरी लहर सुनामी जैसी होगी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को राज्य की जनता को संबोधित करते हुए साफ किया कि वे फिलहाल राज्य में लॉकडाउन नहीं चाहते हैं , लेकिन स्थिति को देखते हुए आगे फैसला लिया जाएगा । हालांकि , उन्होंने यह भी कहा कि हमें कोरोना के खिलाफ लड़ाई जीतनी है । इसलिए मंदिर , मस्जिद और गुरुद्वारा में भीड़ नहीं होनी चाहिए । उन्होंने कहा , ‘ कोरोना संकट खत्म नहीं हुआ है । पश्चिम ( महाराष्ट्र ) ने कोरोना संकट को अधिक गंभीरता से लिया है । पहली की तुलना में कोरोना की दूसरी और तीसरी लहर एक सुनामी जैसी होगी । ‘
