भारतीय रिजर्व बैंक ( RBI ) के गवर्नर शक्तिकात दास ने कहा कि सरकार और केंद्रीय बैंक की उदार एवं अनुकूल मौद्रिक एवं राजकोषीय नीतियों के चलते भारत इकोनॉमिक रिवाइवल के मुहाने पर खड़ा है . वह पूर्व नौकरशाह और वित्त आयोग के मौजूदा चेयरमैन एन . के . सिंह की किताब ‘ पोट्रेट्स ऑफ पावर : हॉफ ए सेंचुरी ऑफ बीइंग एट रिंगसाइड ‘ ( Portraits of Power : Half a Century of Being at Ringside ) के विमोचन के मौके पर बोल रहे थे . उन्होंने कहा , हम लगभग इकोनॉमिक रिवाइवल के मुहाने पर पहुंच चुके हैं . ऐसे में यह महत्वपूर्ण है कि वित्तीय इकाइयों के पास वृद्धि को समर्थन के लिए पर्याप्त पूंजी हो .
उन्होंने कहा , ” हम लगभग आर्थिक पुनरूत्थान की देहली पर पहुंच चुके हैं । ऐसे में यह महत्वपूर्ण है कि वित्तीय इकाइयों के पास वृद्धि को समर्थन के लिए पर्याप्त पूंजी हो । ” दास ने कहा कि कई वित्तीय इकाइयां पहले ही पूंजी जुटा चुकी हैं , कुछ पूंजी जुटाने की योजना बना रही हैं । उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से आने वाले महीनों में वे पूंजी जुटा लेंगी । उन्होंने कहा कि जैसे ही कोरोना वायरस संकट का अंत होगा रिजर्व बैंक सभी बैंकों और गैर – बैंकिंग वित्तीय कंपनियों ( एनबीएफसी ) से उन पर दबाव का आंतरिक विश्लेषण करने के लिए कहेगा । दास ने कहा , ” जहां तक दबाव की बात है , मैंने खुद बैंकों और एनबीएफसी से बातचीत की है । अपनी वित्तीय इकाइयों को पर्याप्त पूंजी उपलब्ध कराने और पूंजी का बफर तैयार करने की जरूरत के लिए उनकी सक्रियता ने हमें प्रभावित किया है । ” उन्होंने कहा कि पूंजीकरण की प्रक्रिया ना सिर्फ उनके वित्तीय दबाव से निपटने के लचीले रुख को मजबूती प्रदान करेगी , बल्कि ऋण प्रवाह को बनाए रखते हुए उन्हें वृद्धि करने के लिए पर्याप्त कोष भी उपलब्ध कराएगी । राजकोषीय और मौद्रिक नीति में किसी तरह की समानता होने के प्रश्न पर दास ने कहा कि दोनों ने लचीला और उदार रुख अपनाया है ।
कमजोर तबकों को वित्तीय मदद देने के लिए कई कदम उठाए
गवर्नर ने कहा कि भारत ने कोविड -19 ( COVID – 19 ) की चुनौतियों से निपटने के लिए राजकोषीय विस्तार का रास्ता चुनना है . सरकार ने समाज के कमजोर तबकों को वित्तीय मदद देने के लिए कई कदम उठाए हैं . इसके बाद उद्योग और कारोबार श्रेणी को भी कुछ राहत उपलब्ध करायी है . वहीं जहां तक केंद्रीय बैंक का सवाल है हम पहले ही मौद्रिक विस्तार कर रहे हैं . वास्तव में हमने कई ऐसे कदम उठाए हैं जो हकीकत में रिजर्व बैंक के औजारों में शामिल नहीं है . उन्होंने कहा कि कोविड -19 के बाद , एक बार महामारी पर नियंत्रण हासिल होने के पश्चात सरकार निश्चित रूप से आगे की राजकोषीय योजना की जानकारी प्रस्तुत करेगी .
