एलएसी पर भारत से और साउथ चायना सी में अमेरिका से चल रही तनातनी के बीच इस साल मालाबार एक्सरसाइज में आस्ट्रेलिया की नौसेना भी हिस्सा लेने जा रही है . ये पहली बार होगा कि आस्ट्रेलिया इस एक्सरसाइज में हिस्सा लेने जा रहा है . अभी तक भारत , अमेरिका और जापान की नौसेनाएं ही इस एक्सरसाइज में हिस्सा लेती आई हैं , लेकिन चीन को ये एक्सरसाइज फूटी आंख नहीं सुहाती है . रक्षा मंत्रालय ने आज बयान जारी कर बताया कि क्योंकि भारत समुद्री सुरक्षा – क्षेत्र में दूसरे देशों के साथ सहयोग बढ़ाना चाहता है और आस्ट्रेलिया से भारत का लगातार रक्षा सहयोग बढ़ रहा है इसीलिए मालाबार -2020 में आस्ट्रेलियाई नौसेना भी शिरकत करेगी .
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा , ” भारत समुद्री सुरक्षा क्षेत्र में दूसरे देशों के साथ सहयोग बढ़ाना चाहता है और ऑस्ट्रेलिया के साथ रक्षा सहयोग में वृद्धि को देखते हुए मालाबार 2020 में ऑस्ट्रेलियन नेवी की भी सहभागिता होगी । इस बार अभ्यास को ‘ नॉन कॉन्टैक्ट एट सी ‘ फॉर्मेट में तैयार किया गया है । अभ्यास से शामिल देशों के नेवी के बीच सहयोग और समन्वय मजबूत होगा । भारत , जापान , अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के बीच यह अभ्यास QUAD विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद होने जा रहा है ।
6 अक्टूबर को टोक्यों में चोरों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच बातचीत हुई थी । पिछली बार भारत ने 2007 में ऑस्ट्रेलिया को गैर स्थायी पार्टनर के रूप में आमंत्रित किया था ।
यह ऐसे समय पर होने जा रहा है जब भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव चार दशक में चरम पर है । मालाबार सैन्य अभ्यास के जरिए भारत , जापान , ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के नौसैनिक साल के अंत में बंगाल की खाड़ी में साथ युद्धाअभ्यास करेंगे । इस मामले से जुड़े लोगों के मुताबिक , मालाबार अभ्यास दो हिस्सों में होगा । अभ्यास पहले 3-6 नवंबर और फिर 17-20 नवंबर के बीच होगा । चारों देशों का साझा उद्देश्य मुक्त और स्वतंत्र हिंद प्रशांत क्षेत्र है ।
