जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला से प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी ) ने कथित रूप से 43 करोड़ रुपये की हेराफेरी को लेकर पूछताछ की । श्रीनगर स्थित ईडी के दफ्तर से निकलने के बाद फारूक ने मीडिया से कहा , ‘ मैं इसे लेकर चिंतित नहीं हूं । हमारी लड़ाई अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए जारी रहेगी , चाहे मुझे फांसी पर चढ़ा दिया जाए । ‘नेशनल कॉन्फ्रेंस ( NC ) के वरिष्ठ नेता फारुख अब्दुल्ला ( Farooq Abdullah ) से सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय ( Enforcement Directorate ) ने जम्मू एंड कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन से संबंधित कथित अनियमितता मामले में पूछताछ की . जिसके बाद फारुख अब्दुल्ला ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह सवाल कई सालों से चल रहा है . यह कोई नई बात नहीं है . फारुख अब्दुल्ला ने आगे कहा कि मैं कुछ इस कहने वाला नहीं हूं . कोर्ट तय करेगा कि क्या किया जाना चाहिए . मैं चिंतित नहीं जम्मू – कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने आगे कहा कि हमें बहुत आगे तक जाना है . एक लंबी राजनीतिक लड़ाई जारी रहेगी मंच पर फारुख अब्दुल्ला जिंदा रहे या ना रहें . हमारी लड़ाई अनुच्छेद 370 को फिर से बहाल करवाना है . हमारी प्रतिज्ञा बदलेगी नहीं मैं चाहे फांसी पर ही क्यों ना चढ़ जाऊं .अब्दुल्ला ने कहा कि ” हमें बहुत आगे तक जाना है , एक लंबी राजनीतिक लड़ाई जो जारी रहेगी भले ही मैं जीवित रहूं या नहीं या मैं मंच पर मौजूद रहूं या नहीं . अब्दुल्ला ने कहा हमारी लड़ाई अनुच्छेद 370 ( Article 370 ) की बहाली के लिए है और मेरा संकल्प कभी नहीं बदलेगा भले ही मुझे फांसी हो जाए . ” इससे पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस ने सोमवार को कहा कि पार्टी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला से राजनीतिक लड़ाई में भाजपा विफल रही है और इस वजह से वह , उन्हें निशाना बनाने के लिए अब सरकारी एजेंसियों का सहारा ले रही है .।
किस मामले पर पूछताछ हो रही है
फारूक अब्दुल्ला समेत जम्मू – कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के कई अधिकारियों के खिलाफ सीबीआई ने ईडी में मामला दर्ज करवाया था । इसमें एसोसिएशन के महासचिव मोहम्मद सलीम खान और पूर्व कोषाध्यक्ष अहसान अहमद मिर्जा भी शामिल थे । सीबीआई ने एफआईआर में बताया है कि एसोसिशन ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ( BCCI ) 2002-11 के बीच राज्य में खेल को बढ़ावा देने के लिए दिए गए 43.69 कारोड़ रुपये का गबन किया है । ईडी ने कहा कि इसकी जांच में पाया गया कि JKCA को वित्तीय वर्ष 2005-2006 से 2011-2012 ( दिसंबर 2011 तक ) के दौरान तीन अलग – अलग बैंक खातों में BCCI से 94.06 करोड़ रुपये मिले ।
