प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वियतनाम के प्रधानमंत्री नुएन युआन फुक के साथ वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से चर्चा करेंगे । चर्चा के दौरान , दोनों नेता व्यापक द्विपक्षीय , क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान – प्रदान करेंगे और भारत – वियतनाम व्यापक रणनीतिक साझेदारी के भविष्य पर भी चर्चा करेंगे ।
2020 से , दोनों देशों ने उच्च – स्तरीय आदान – प्रदान बनाए रखा है । वियतनाम की उप – राष्ट्रपति डांग थी गोक थिन्ह इस वर्ष फरवरी में भारत आई थीं । कोविड महामारी से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा करने के लिए दोनों प्रधानमंत्रियों ने इस वर्ष 13 अप्रैल को टेलीफोन पर बातचीत की थी । दोनों देशों के बीच स्थापित संयुक्त आयोग की 17 वीं बैठक इस वर्ष 25 अगस्त को दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की सह अध्यक्षता में वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से हुई थी ।
इस दौरान रक्षा , ऊर्जा और स्वास्थ्य क्षेत्रों समेत द्विपक्षीय संबंधों को और विस्तार देने के लिए भारत व वियतनाम के बीच कई समझौते व घोषणाएं होने की संभावना है । सूत्रों ने बताया कि हिंद – प्रशांत क्षेत्र की स्थिति ( चीन की बढ़ती दखलअंजादी ) पर चर्चा की उम्मीद है , क्योंकि दोनों ही देशों के मुक्त , खुले , शांतिपूर्ण , समृद्ध और नियम आधारित क्षेत्रीय व्यवस्था में साझा हित हैं ।बैठक में दोनों ही पक्ष ‘ भारत – वियतनाम समग्र रणनीतिक साझेदारी ‘ के भावी विकास के लिए संयुक्त पत्र जारी कर सकते हैं , जिसका लक्ष्य विविध क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का मार्ग तय करना होगा । भारत और वियतनाम 2016 में अपने द्विपक्षीय संबंध को आगे बढ़ाकर समग्र रणनीतिक साझेदारी तक ले गए थे और रक्षा सहयोग इस तेजी से बढ़ते द्विपक्षीय संबंधों के अहम स्तंभों में एक रहा है ।
