पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कर्नाटक के बागलकोट जिले में लीफिनिटी बायोएनर्जी के सीबीजी संयंत्र का शिलान्यास किया । इस संयंत्र में 200 टीपीडी प्रेस मड का उपयोग किया जाएगा और लगभग 42 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से इसकी स्थापना की जाएगी । इससे लगभग 10.2 टीपीडी सीबीजी और जैविक खाद पैदा होगी । प्रस्तावित संयंत्र के लिए प्राज इंडस्ट्रीज और डीवीओ इंक ने तकनीक उपलब्ध कराई है ।
इस अवसर पर , प्रधान ने कहा कि सरकार स्वच्छ और सतत ऊर्जा उपलब्ध कराने पर काम कर रही है । भारत कोई प्रदूषित देश नहीं है , लेकिन जिम्मेदार वैश्विक नेता होने के नाते पीएम मोदी ने स्थायित्व और जलवायु परिवर्तन में कमी के लिए भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया है । हम जिसके लिए प्रयास कर रहे हैं , हम हर उस गतिविधि में स्वच्छ मार्ग हासिल कर सकते हैं ।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि सीबीजी संयंत्र सभी पक्षधारकों के लिए काफी फायदेमंद है । उन्होंने कहा , “ सीबीजी संयंत्रों को उत्पादित सीबीजी के लिए 10 साल तक न्यूनतम मूल्य गारंटी , आरबीआई द्वारा प्राथमिक क्षेत्र कर्ज में सीबीजी का समावेशन , सब्सिडी योजना जैसी विभिन्न सहायता और राज्य सरकार से जमीन के आवंटन जैसी मदद की पेशकश के माध्यम से उनके अनुकूल व्यवस्था बनाई गई है । अब ज्यादा सामाजिक – आर्थिक रिटर्न हासिल करने के लिए इस पर उद्यमियों और कंपनियों को निवेश करना है ।
” भारत में ‘ गैस आधारित अर्थव्यवस्था ‘ की दिशा में किए जा रहे प्रयासों पर बात करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि पिछले हफ्ते मंत्रालय ने लगभग 900 सीबीजी संयंत्रों की स्थापना के लिए निजी क्षेत्र की अग्रणी कंपनियों और परियोजनाओं के लिए तकनीक सहयोग उपलब्ध कराने के लिए प्रौद्योगिकी भागीदारों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं । निजी क्षेत्र से ज्यादा संख्या में भागीदारी से स्वच्छ ईंधन के स्वदेशी और टिकाऊ उत्पादन को हासिल करने का अभियान परिवर्तनकारी साबित होगा ।
