प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 6:30 बजे जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी ( JNU ) कैंपस में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का अनावरण करेंगे . इस मौके पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी मौजूद रहेंगे .
प्रधानमंत्री कार्यालय ने बयान में कहा कि स्वामी विवेकानंद के सिद्धांत और संदेश आज भी देश के युवाओं को राह दिखाते हैं और भारत को गर्व है कि यहां पैदा हुई उनकी जैसी महान शख्सियत आज भी दुनिया भर के करोड़ों लोगों को प्रेरित करती है .
जेएनयू के कुलपति ने एक बयान में कहा , “ स्वामी विवेकानंद भारत के सबसे प्रिय बुद्धिजीवियों और आध्यात्मिक नेताओं में से एक हैं।यह भारत के लिए गौरव की बात है । उन्होंने भारत में स्वतंत्रता , विकास , सद्भाव और शांति के अपने संदेश से युवाओं को प्रोत्साहित किया । उन्होंने नागरिकों को भारतीय सभ्यता , संस्कृति और इसकी भावना पर गर्व करने के लिए प्रेरित किया । “
प्रधानमंत्री शुक्रवार को गुजरात और राजस्थान में दो आयुर्वेद संस्थानों का उद्घाटन करने वाले हैं । पीएम मोदी बुधवार यानी 13 नवंबर को गुजरात के जामनगर में इंस्टीट्यूट ऑफ टीचिंग एंड रिसर्च इन आयुर्वेद ( ITRA ) और राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान ( NIA ) का राजस्थान में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन करेंगे ।
विरोध – प्रदर्शन के दौरान मूर्ति के साथ हुई थी छेड़छाड़ जेएनयू में बीते दिनों फीस वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान स्वामी विवेकानंद की एक मूर्ति के साथ छेड़छाड़ की घटना सामने आई थी । प्रतिमा के आसपास बीजेपी के लिए अपशब्द लिखे गए थे । घटना की जानकारी सामने आने के बाद उस स्थान को साफ कर दिया गया था ।
बयान के मुताबिक , ” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा कहते रहे हैं कि स्वामी विवेकानंद के आदर्श जितने उनके जीवनकाल में प्रासंगिक थे , उतने आज भी हैं . प्रधानमंत्री ने हमेशा जोर दिया है कि लोगों की सेवा करने और युवाओं को सशक्त बनाने से देश शारीरिक , मानसिक और आध्यात्मिक रूप से सशक्त बनता है और इससे देश की वैश्विक साख भी बढ़ती है . भारत की समृद्धि और शक्ति यहां के लोगों में निहित है और सभी को सशक्त करने से ही देश आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को हासिल कर सकेगा . “
