दिल्ली पुलिस ने जासूसी के आरोप में एक स्वतंत्र पत्रकार को गिरफ्तार किया है,दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने एक स्वतंत्र पत्रकार को हिरासत में लिया है उसके पास रक्षा से संबंधित कुछ संवेदनशील दस्तावेज पाए गए थे और उस पर जासूसी के लिए आधिकारिक राज अधिनियम के तहत आरोप लगाए गए हैं।मामले से जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने बताया कि पत्रकार को 14 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था उनके पास कुछ गोपनीय दस्तावेज पाए गए थे जो उन्होंने पिछले कुछ महीनों में हासिल किए थे ।
शुक्रवार देर रात पुलिस की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है : “मामले की जांच जारी है और आगे के ब्योरे को उचित समय पर साझा किया जाएगा” इसमें कहा गया है कि पत्रकार नई दिल्ली के पीतमपुरा का निवासी हैं । उन्हें 15 सितंबर को शहर की अदालत में पेश किया गया था , जिसके बाद उन्हें छह महीने के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था । उन्होंने जमानत अर्जी दायर की है जो अधिकारी के अनुसार 22 सितंबर को सुनाई जाएगी ।
पुलिस ने बताया कि उनके 2 सहयोगी थे , एक चाइनीज महिला और एक नेपाली शख्स । दोनों की महिलापुर में एक कंपनी थी , जहां से वे दवाई चीन एक्सपोर्ट करते थे । चीन से भेजे गए पैसे यहां एजेंट्स को दिए जाते थे । पिछले एक साल में 40-45 लाख के ट्रांजैक्शन का पता चला है
देश की खुफिया जानकारी दुश्मनों को देता था
पत्रकार राजीव शर्मा 2016 से 2018 तक संवेदनशील जानकारी चीनी खूफिया अधिकारियों तक पहुंचा रहे थे । कई देशों में चीनी अधिकारियों से मिलते थे
पुलिस ने क्या बताया
पुलिस ने पूछताछ के आधार पर बताया किइनकी दूसरे देशों में मीटिंग्स होती थीं। भारत-चीन सीमा मुद्दे पर, सीमा पर सेना की तैनाती और सरकार द्वारा तैयार रणनीति आदि की जानकारी उनके साथ साझा की जाती थी। आज गिरफ्तार हुए चाइनीज़ लेडी और नेपाली नागरिक ने महिपालपुर में एक सेल कंपनी बना रखी है ,ये चीन को दवाएं एक्सपोर्ट करते थे और वहां से आने वाले पैसे को यहां एजेंट्स को सप्लाई करते थे। पिछले 1 सवा साल से 40-45 लाख रुपए इनके पास आए चुके हैं। इनके पास से 10-12 फोन, लैपटॉप, टैब और चाइनीज़ ATM कार्ड बरामद हुए हैं ।
