एक से ज्यादा लाइन वाले मेट्रो को सोमवार 7 सितंबर से अलग-अलग लाइनों के लिए एक क्रमबद्ध रूप से खोला जाएगा, जिससे 12 सितंबर 2020 तक सभी लाइनें चालू हो सकें। कोरोना महामारी के चलते गत 22 मार्च से बंद पड़ी दिल्ली मेट्रो 169 दिनों के बाद फिर से चलने के लिए तैयार है। मेट्रो का परिचालन कल (सोमवार) से तीन चरणों में शुरू होगा। सबसे पहले मेट्रो ट्रेन येलो लाइन पर शुरू की जाएगी। इसके बाद अलग-अलग चरण में इसका संचालन होगा। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने यात्रियों को सलाह दी है कि मेट्रो में सफर करते वक्त विशेष एहतियात बरतें।
डीएमआरसी ने रविवार को विज्ञप्ति जारी कर कहा कि दिल्ली मेट्रो अपनी सेवाओं को फिर से शुरू करने को तैयार है, जो कोरोना महामारी के कारण 22 मार्च से निलंबित कर दी गई थी। सोमवार से येलो लाइन (समयपुर बादली से हुडा सिटी सेंटर) पर मेट्रो शुरू होगी। इसके बाद अगले पांच दिनों की अवधि में 12 सितम्बर तक, बाकी लाइनों पर भी कोविड-19 के लिए सभी सुरक्षा उपायों के साथ मेट्रो का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा। यात्रियों को सेवाओं की बहाली के साथ सामाजिक दूरी के साथ फेस मास्क और सैनिटाइजेशन जैसे नियमों का पालन करना होगा।
डीएमआरसी ने कहा कि सोमवार और मंगलवार को, केवल येलो लाइन पर सुबह (सुबह 7 बजे से 11 बजे तक) और शाम (शाम 4 बजे से शाम 8 बजे तक) को चार घंटे की अवधि के लिए परिचालन रहेगा। ट्रेनें 2 मिनट 44 सेकंड से लेकर 5 मिनट 28 सेकंड तक की आवृत्ति के साथ उपलब्ध होंगी। इसके बाद 9 से 12 सितम्बर तक अन्य लाइनों के साथ श्रेणीबद्ध तरीके से आगे बढ़ेंगे।
यात्रियों के प्रवाह को नियंत्रित किया जाएगा
डीएमआरसी ने कहा कि व्यवस्था बनाए रखने और सामाजिक मानदंडों के साथ यात्रियों के प्रवाह को नियंत्रित करने के लिए केवल एक या दो गेट खुले रखे जाएंगे। यात्रियों को डीएमआरसी वेबसाइट से पहले ही निर्धारित गेट नंबर एवं स्थान की जांच करने की सलाह दी गई है। स्टेशनों पर नियमित फ्रंटलाइन स्टाफ के अलावा, डीएमआरसी ने नए मानदंडों के मद्देनजर यात्रियों की सहायता और मार्गदर्शन करने के लिए लगभग 1000 अधिकारियों एवं कर्मचारियों की अतिरिक्त तैनाती की है। सभी कर्मचारियों को सलाह दी गई है कि इन परीक्षण समय में सकारात्मक और देखभाल के दृष्टिकोण के साथ यात्रियों को प्रबंधित करने के लिए दंडात्मक के बजाय संवेदीकरण पर प्रारंभिक ध्यान दें। अपनी और सभी की सुरक्षा के लिए यात्रा के दौरान नए मानदंडों का लगातार पालन किया जाए। सभी यात्रियों से भी ड्यूटी पर कर्मियों के साथ सहयोग करने की अपील की जाती है।
डीएमआरसी ने यात्रियों से सार्वजनिक रूप से जहां तक संभव हो अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है। डीएमआरसी ने कहा कि इसके अलावा यात्री ऑफिस, घर एवं अन्य कामों के लिए यात्रा को बहुत हद तक कम करने की कोशिश करें। डीएमआरसी ने मेट्रो में यात्रा के दौरान यात्रियों से ‘टॉक लेस’ की अपील की है। ‘आरोग्य सेतु’ ऐप का उपयोग स्मार्टफोन वाले यात्रियों के लिए करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा यात्रियों को 15 से 30 मिनट का अतिरिक्त समय रखने की सलाह दी है। डीएमआरसी ने कहा कि एक स्मार्ट यात्री बनें और मेट्रो की ओर जाते समय अपने स्मार्ट कार्ड को ले जाएं। यह संपर्क रहित, आसानी से ऑनलाइन मोड के माध्यम से रिचार्जेबल है। टोकन स्टेशनों पर उपलब्ध नहीं होंगे। डीएमआरसी ने कहा कि रोकथाम क्षेत्रों (केंटेनमेंट जोन) में कोई सेवा नहीं होगी।
स्टेशनों पर भीड़ का प्रबंधन
डीएमआरसी के अनुसार बाहरी स्टेशनों पर भीड़ के बेहतर प्रबंधन के लिए लगभग 1,000 नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों को प्रदान करने के लिए वह अधिकारियों के संपर्क में है। इसके अलावा अधिकारियों से अनुरोध किया गया है कि वे डीएमआरसी के लगभग 15000 कर्मचारियों के एंटीजन परीक्षण की व्यवस्था करें, जो अब पूरे दिन जनता को संभालेंगे। डीएमआरसी ने यात्रियों को न्यूनतम सामान के साथ यात्रा करने की सलाह है। यात्रा के दौरान, केवल जेब-आकार के हैंड सैनिटाइजर रखें। सुरक्षा बिंदु से 30 मिलीलीटर से अधिक मात्रा में हैंड सैनिटाइजर की अनुमति नहीं दी जाएगी। डीएमआरसी ने कहा कि दिल्ली मेट्रो दिल्ली-एनसीआर में 285 स्टेशनों के साथ 389 किमी मेट्रो नेटवर्क का संचालन करती है, जिसमें गुरुग्राम में रैपिड मेट्रो और नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो की एक्वा लाइन शामिल है।
परिवहन मंत्री ने तैयारियों का लिया जाएजा
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने मेट्रो सेवाओं की बहाली के लिए की गई तैयारियों का जायजा लेने के लिए रविवार को राजीव चौक मेट्रो स्टेशन का दौरा किया। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि दिल्ली में कल से मेट्रो सेवाएं फिर से शुरू हो जाएंगी। मैं डीएमआरसी की तैयारियों से संतुष्ट हूं। मुझे यह देख कर खुशी हुई कि राजीव चौक मेट्रो स्टेशन, जो सबसे व्यस्तम स्टेशनों में से एक है, वहां डीएमआरसी ने सभी सावधानियां बरतीं हैं और एसओपी का पूरी तरह पालन किया हैं। गहलोत ने कहा कि मैं दिल्ली वालों से अपील करता हूँ की वे मेट्रो स्टेशनो पर सामाजिक दूरी का पालन करे।
क्या कहते हैं स्वास्थ्य विशेषज्ञ
सफदरजंग हॉस्पिटल, नई दिल्ली की वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. गीता कमपानी का कहना है कि मेट्रों में सेंट्रलाइज्ड एसी चलते हैं, तो जाहिर है संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है। इसलिये अगर किसी को जुकाम या बुखार है तो यात्रा न करें और घर पर ही रहें। और सर्दी-जुकाम हो न हो, सभी को मेट्रो में मास्क लगाना अनिवार्य है। स्टेशन पर किसी भी रेलिंग को न छूएं और लोगों से दूरी बना कर रखें। स्केलेटर पर या मेट्रो के भीतर कोशिश करें कि आप किसी के संपर्क में न आयें। मेट्रो से उतरते ही हाथों को सेनिटाइज करें। जहां तक संभव हो अभी यात्रा करने बचें।
वहीं सर गंगाराम अस्पताल, नई दिल्ली के डॉ. (लेफ्टिनेंट जनरल) वेद चतुर्वेदी ने प्रसार भारती से बातचीत में कहा, “दिल्ली सहित देश में कई शहरों में मेट्रो खुलने लगी है। होटल, ट्रेवेल इंड्रस्ट्री खुल रही है। सरकार को भरोसा है कि देश के नागरिकों ने जितनी जिम्मेदारी के साथ लॉकडाउन का पालन किया, उतनी ही जिम्मेदारी के साथ अनलॉक के नियमों का पालन करेंगे। सरकार किसी से कुछ मांगा नहीं रही है, केवल मास्क लगाने, हाथ की सफाई रखने और सुरक्षित दूरी बनाने को कहा जा रहा है।”
