रामजन्म भूमि के बाद अब भगवान कृष्ण के जन्म भूमि को मुक्त कराने का अभियान तेजी पकडता जा रहा है, विभिन्न संगठनों, संस्थाओं और साधु-संतों के कृष्ण जन्म भूमि मुक्ति अभियान के बाद इसमें बहुत तेजी आई है,आज दिन भर ट्विटर पर ट्रेंड करता रहा ‘कृष्णलला हम आएंगे’।
हिंदू समूह ने की है ईदगाह हटाने की मांग
करीब आधा दर्जन भक्तों ने श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान और शाही ईदगाह प्रबंध समिति के बीच पांच दशक पूर्व हुए समझौते को अवैध बताते हुए उसे निरस्त करने और मस्जिद को हटाकर पूरी जमीन मंदिर ट्रस्ट ( Krishna Janmabhoomi ldgah Case ) को सौंपने की मांग की है । अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने शुक्रवार को मथुरा की अदालत में दायर की गई याचिका में कहा गया था कि 1968 में श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान और शाही ईदगाह प्रबंध समिति के बीच हुआ समझौता पूरी तरह से गलत है और भगवान कृष्ण एवं उनके भक्तों की इच्छा के विपरीत है । इसलिए उसे निरस्त किया जाए और मंदिर परिसर में स्थित ईदगाह को हटाकर वह भूमि मंदिर ट्रस्ट को सौंप दी जाए ।
