महात्मा गांधी को अर्पण और आरोग्य दीपोत्सव से प्रेरित होगी गांधी जयंती। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय द्वारा वर्ष 2019 से सतत गांधी जयंती को यादगार बनाने के लिए दीपोत्सव का आयोजन किया जाता रहा है। इस वर्ष भी विश्वविद्यालय द्वारा कार्यक्रम को राष्ट्रपिता के प्रति अर्पित करने के लिए विशिष्ट आयोजन किया जा रहा है , जिसमें महाराष्ट्र के राज्यपाल महामहिम भगत सिंह कोश्यारी की विशिष्ट उपस्थिति होगी। वर्धा में गांधी जयंती पर इस बार 50,000 दीप जलाने का लक्ष्य रखा हुआ है।
इस कार्यक्रम की जानकारी देते हुए, विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो. चंद्रकांत रागीट ने कहा कि विश्वविद्यालय के गांधी हिल्स पर 2 अक्टूबर 2021 की शाम 07.00 बजे श्री राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी दीप जलाकर आरोग्य दीपोत्सव का उद्घाटन करेंगे। दीपोत्सव के पहले श्री राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी विश्वविद्यालय के कस्तूरबा सभागार में ‘गांधी का दर्शन: वैश्विक साम्प्रदायिकता का समाधान’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में भी हिस्सा लेंगे।इस संगोष्ठी में कविकुलगुरु कालिदास संस्कृत विश्वविद्यालय, रामटेक व गोंडवाना विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. श्रीनिवास वरखेड़ी और फिल्म अभिनेता श्री नितीश भारद्वाज भी हिस्सा लेंगे।
इस अवसर पर वर्धा विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो. चंद्रकांत रागीट ने बताया कि कार्यक्रम की अध्यक्षता महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल करेंगे। इसके दौरान माननीय राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी विदर्भ क्षेत्र स्थित विश्वविद्यालयों के कुलपतियों, संस्थानों के निदेशकों और शिक्षाविदों के साथ भी बैठक करेंगे।
विश्वविद्यालय ने 2019 में शुरू किया था कार्यक्रम
महात्मा गांधी के जंयती के उपलक्ष्य में विश्वविद्यालय ने 2019 में दीपोत्सव की शुरुआत किया था ।इस कार्यक्रम को शुरू करने का श्रेय महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल को जाता है। इस कार्यक्रम के महात्व को समझते हुए वर्धा का नागरिक समाज भी अब दीपोत्सव के साथ जुड़ने लगें है। लोग इस कार्यक्रम को यादगार बनाने के लिए पूरी कोशिश से जुड़े हुए हैं ।
आरोग्य की कामना का पर्याय है दीपोत्सव
इस वर्ष का दीपोत्सव कोरोनाजनित अवसाद और संकट से निजात पाने और आरोग्य की कामना में आयोजित किया जा रहा है। पिछले वर्षों से कोरोनावायरस का प्रकोप जिसतरह हमारे जीवन को प्रभावित किया है ,इस कार्यक्रम के जरिए उसके निजात पाने की कामना किया जाएगा।
रोजगार के भी अवसर
वर्धा विश्वविद्यालय अपने स्थापना काल से ही जनकल्याण के भावना को संजोए हुए है,उसी कड़ी में इस कार्यक्रम के जरिए जो मिट्टी के दीपों का निर्माण करते हैं, उसको बेचते हैं विश्वविद्यालय उनके लिए एक प्रकार का रोजगार भी देने की कोशिश कर रहा है।इस कार्यक्रम के दौरान लोगों को यह संदेश भी देने की कोशिश की जा रही है कि दीप का हमारे जीवन में कितना महत्व है और कितने लोगों की जीविका भी इससे जुड़ी हुई है।
कार्यक्रम को भव्य बनाने में जुटा विश्वविद्यालय परिवार
महात्मा गांधी के जयंती के शुभ अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम को भव्य बनाने और अधिक से अधिक लोगों को इस कार्यक्रम से जोड़ने के लिए विश्वविद्यालय परिवार पूरी तरह जुटा हुआ है, जिसमें सोशल मीडिया से लेकर तमाम तकनीकों का उपयोग करके लोगों को इस कार्यक्रम से जुड़ने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति, प्रोफेसर व अन्य कर्मचारियों से लेकर विश्वविद्यालय के शोधार्थी व छात्र भी इसके भव्यता को लोगों तक पहुंचाने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं।
