कोरोना तू है सबका रोना
दूर तु जल्दी होना
कोरोना तु है सबका रोना
१) अमीर आज का बना है निर्धन
तूने दु:खाया सबका ही मन
चिंता तूने खूब बढ़ाई
अब तो दूर हटोना
कोरोना तू है सबका रोना
दूर तू जल्दी होना
२) लिखने पढ़ने में है बाधा
शिक्षा का स्तर हुआ है आधा
ऑनलाइन करवाके पढ़ाई
उलझन नेट की दूर करोना
कोरोना तू है सबका रोना
दूर तू जल्दी होना
३) लाखो घर तूने तबाह किए है
लोगों के आँखो में आंसू दिए है
रोजगार कितनो से छिने
पकड़ाया घर का कोना
कोरोना तू है सबका रोना
दूर तू जल्दी होना
४) कांड हजारों रोज हो रहे
अखबारों में रोज छप रहे
लूटमार और काला बाजारी से
लोगों कुछ तो डरोना
कोरोना तू है सबका रोना
दूर तू जल्दी होना
५) विश्व कभी ना तुझको भूलेगा
याद हमेशा तुझको करेगा
तूने तरक्की को देके चुनौती
आदमी कर दिया बोना
कोरोना तू है सबका रोना
दूर तू जल्दी होना
६) हाथ और मुंह की रखो सफाई
मास्क पहनकर निकलो भाई
दूरी बना के खुद की सुरक्षा
आप प्रदान करोना
कोरोना तू है सबका रोना
दूर तू जल्दी होनाा
७) खत्म करु में अपनी कविता
रिंकी पढ़े या कोई बबिता
एक रोज हम ही जीतेंगे
इतना समझ तू कोरोना
कोरोना तू है सबका रोना
दूर तू जल्दी होना
रिंकी पढ़े या कोई बबिता
एक रोज हम ही जीतेंगे
इतना समझ तू कोरोना
कोरोना तू है सबका रोना
दूर तू जल्दी होना
रचनाकार – अशोक चव्हाण