भारतीय सेना जहां सीमा पर चीनी सैनिकों के मंसूबे को नाकाम कर रही है वहीं देश के अंदर देशवासी चीनी सामान का बहिष्कार कर भारतीय बाजारों पर चीन के बढ़ते वर्चस्व और चीन की आर्थिक कमर को तोड़ने का मूड बना लिया है। इस दीवाली देश के किसी भी बाजार में चीन में बना हुआ समान नही बेचा जाएगा। ये जानकारी कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने को दी। साथ ही इस बार भारतीय सामानों से बाजारों की रौनक दोगुनी करने की तैयारियां भी शुरू कर दी गई है।
‘भारतीय सामान हमारा अभिमान’ मुहिम तेज
दरअसल चीन के साथ भारत के तनावपूर्ण होते रिश्ते, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान और लोकल पर वोकल जैसे कैंपेन और भारतीय कारोबारियों और व्यपारियो की मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए कैट ने इस त्योहारी मौसम में चीनी सामानों के पूर्ण बहिष्कार का अभियान छेड़ा हुआ है। साथ ही भारत में बने सामानों को जन-जन तक पहुचने की मुहिम भी छेड़ रखी है।
कैट ने इसी साल, 10 जून 2020 को ‘भारतीय सामान हमारा अभिमान’, नाम की मुहिम की शुरुआत की थी। इसी कड़ी में करोबारी संगठन ने इस दीवाली पर देश के हर घर को भारतीय उत्पादों से सजाने की तैयारियां शुरू कर दी है। कैट ने देश के घरेलू व्यापार, महिला कारीगरों और व्यवसायियों को सशक्त बनाने का बीड़ा उठाया है। इस साल त्योहार के अवसर पर आम आदमी बाजारों के साथ-साथ घर बैठे भी घरेलू उत्पादनों की खरीदारी कर सकता है।
दो महीने पहले से ही देश चल रहा दीवाली समानों का बनना
हर साल राखी से लेकर दीवाली तक चीन से भारत में लगभग 40 हजार करोड़ रुपये का त्योहार से जुड़े सामानों का आयात होता है। कैट ने इसको देखते हुए भारतीय बाजारों पर चीन के बढ़ते वर्चस्व के खिलाफ आवाज उठाई है। कारोबारी संगठन का कहना है कि इस बार आवाज को अंजाम तक पहुंचाया जाएगा। इसी के तहत कैट ने दो महीने पहले से ही देश के चार राज्यों में त्योहारों से जुड़े सामानों को बनाने का कार्य शुरू करवा दिया है ताकि भारतीय बाजारों में इनकी आसान उपलब्धता सुनिश्चित किया जा सके। इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए भी घरेलू उत्पादनों को घर-घर पहुंचाया जा रहा है।
ऑनलाइन, सोशल मीडिया के जरिए और वर्चुअल प्रदर्शनी का इंतजाम
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि इस साल देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी भारतीय सामानों की डिमांड बढ़ गई है क्योंकि लोगों में जागरुकता आई है और वे देसी समान खरीदने पर जोर दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे इस बार भारतीय व्यापार बढ़ने की पूरी संभावना है। इस साल दिवाली से जुड़े देसी समान जैसे दीये, बिजली की लड़ियां, बिजली के रंग बिरंगे बल्ब, सजावटी मोमबत्तिया, सजावट के समान, वंदनवार, रंगोली एवं शुभ लाभ के चिह्न, उपहार देने की वस्तुएं, पूजन सामग्री, मिट्टी की मूर्तियां और भी अनेको उत्पादन भारतीय कारीगरो ने ही तैयार किए है, जिनको भारतीय ट्रेडर्स बाजारों तक पहुचाएंगे।
खंडेलवाल ने कहा कि इसके अलावा ऑनलाइन, सोशल मीडिया के जरिए और वर्चुअल प्रदर्शनी तथा देशभर के बाजारों में स्टॉल्स भी लगाए जाएंगे, जिससे लोगो को भारतीय सामग्रियों की कमी नहीं महसूस होगी और हर हिंदुस्तानी शान से त्योहार मनाएगा।
।इनपुट-हिन्दुस्थान समाचार
