केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने राष्ट्रीय रबी कांफ्रेंस के आयोजन की अध्यक्षता करते हुए कहा कि, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदृष्टि एवं कुशल नेतृत्व के कारण कृषि में सकारात्मक विकास संभव हो सका है। उनके नेतृत्व में कृषि उत्पादन एवं कृषि आय में वृद्धि करने के लिए विभिन्न प्रकार के क्रांतिकारी नीतिगत निर्णय लिए गए हैं।’
खाद्यान्न उत्पादन के लिए 301 मिलियन टन का लक्ष्य निर्धारित
केन्द्रीय कृषि मंत्री ने देश में खरीफ की रिकार्ड बुवाई (1113 लाख हैक्टेयर) होने पर किसानों व कृषि क्षेत्र को बधाई देते हुए कहा कि, ‘खेती के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए अब राष्ट्रीय रबी अभियान शुरू हो गया है।’ वर्ष 2020-21 के लिए खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य 301 मिलियन टन निर्धारित किया गया हैं, जिसके लिए उन्होंने प्राण-प्रण से जुटने की अपील की है। उन्होने कृषि क्षेत्र में आमूलचूल सुधार के लिए संसद से पारित दोनों विधेयकों का जिक्र करते हुए कहा कि, ‘इनसे किसानों को काफी लाभ मिलेगा। ये रिफार्म्स लंबे समय से अपेक्षित थे, जिन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लाया गया है।’
राज्यों से उर्वरकों का सटीक अनुमान भेजने का आग्रह
केन्द्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि, ‘कोरोना संकट के दौर में भी खेती-किसानी को पल्लवित करने वाली अनेक योजनाएं संचालित की गई है। सभी के सहयोग व परिश्रम से इनका लाभ किसानों को मिलता रहेगा।’ तोमर ने राज्यों से उर्वरकों का सटीक अनुमान भेजने का आग्रह किया ताकि एनवक्त पर किसानों को कोई परेशानी नहीं आये। अभी आवश्यकता से अधिक उर्वरक उपलब्ध है, आगे भी जरूरत होने पर केंद्र सरकार पर्याप्त आपूर्ति के लिए प्रतिबद्ध है और राज्यों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करती रहेगी।
अच्छी बारिश से बने कृषि के अच्छे अवसर
उन्होने बताया कि, ‘भारत सरकार तिलहन मिशन पर काम कर रही है। सरसों व पाम का लक्ष्य बढ़ाया गया है। रबी की फसलों में सरसों पर विशेष ध्यान दिया गया है।’ खरीफ 2020-21 की प्रगति की समीक्षा व रबी सीजन का प्लांन बनाने के लिए आयोजित इस कांफ्रेंस में बताया गया कि इस बार बारिश बहुत अच्छी हुई है व जल के भंडार भरे हुए हैं, जिनसे भी कृषि के बहुत अच्छे अवसर बने हैं।
हिन्दुस्थान समाचार
