किसानों से जुड़े नए कानूनों पर विपक्ष के विरोध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि प्रदर्शन करने वाले लोग मशीनों और उपकरणों को जलाकर किसानों का अपमान कर रहे हैं । क्योंकि , किसान खेती से जुड़े उपकरणों की पूजा करते हैं । मोदी का यह बयान इसलिए आया , क्योंकि पंजाब यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को दिल्ली में इंडिया गेट के पास ट्रैक्टर को जलाकर प्रदर्शन किया था ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत तैयार छह परियोजनाओं का ऑनलाइन लोकार्पण किया । देशवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि गंगा सफाई का अभियान मोदी सरकार के लिए शुरुआत से ही काफी अहम रहा है । उन्होंने कहा कि गंगा हमारी विरासत का प्रतीक है , गंगा देश की आधी आबादी को समृद्ध करती है । कृषि कानून के खिलाफ देश में हो रहे विरोध को लेकर प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि किसान जिनकी ( ट्रैक्टर ) पूजा करता है उसे ही आग लगाई जा रही है । प्रधानमंत्री ने कहा कि कानून का विरोध करने वाले किसानों को आजाद नहीं होने देना चाहते हैं । इसके अलावा उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक का भी जिक्र किया ।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कही गई बड़ी बाते
वायुसेना कहती रही कि हमें आधुनिक लड़ाकू विमान चाहिए , लेकिन ये लोग उनकी बात को अनसुना करते रहे । हमारी सरकार ने फ्रांस सरकार से सीधे राफेल लड़ाकू विमान का समझौता कर लिया तो , इन्हें फिर दिक्कत हुई ।
चार वर्ष पहले का यही तो वो समय था , जब देश के जाबांजों ने सर्जिकल स्ट्राइक करते हुए आतंक के अड्डों को तबाह कर दिया था । लेकिन ये लोग अपने जांबाजों से ही सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांग रहे थे । सर्जिकल स्ट्राइक का भी विरोध करके , ये लोग देश के सामने अपनी मंशा साफ कर चुके हैं ।
इस कालखंड में देश ने देखा है कि कैसे डिजिटल भारत अभियान ने , जनधन बैंक खातों ने लोगों की कितनी मदद की है । जब यही काम हमारी सरकार ने शुरू किए थे , तो ये लोग इनका विरोध कर रहे थे । देश के गरीब का बैंक खाता खुल जाए , वो भी डिजिटल लेन – देन करे , इसका इन लोगों ने हमेशा विरोध किया ।
• वर्षों तक ये लोग कहते रहें कि एमएसपी लागू करेंगे , लेकिन किया नहीं । एमएसपी लागू करने का काम स्वामीनाथन कमीशन की इच्छा के अनुसार हमारी ही सरकार ने किया । विरोध करने वाले किसानों को आजाद नहीं होने देना चाहते हैं , किसान जिनकी पूजा करता है उसे ही आग लगाई जा रही है ।
अब से कुछ दिन पूर्व देश ने अपने किसानों को अनेक बंधनों से मुक्त किया है । अब देश का किसान कहीं पर भी , किसी को भी अपनी उपज बेच सकता है । लेकिन आज जब केंद्र सरकार किसानों को उनके अधिकार दे रही है , तो भी ये लोग विरोध पर उतर आए हैं । ये लोग चाहते हैं कि किसान की गाड़ियां जब्त होती रहे , उनसे बिचौलिए मुनाफा कमाते रहे ।
अभी समाप्त हुए संसद सत्र में देश के किसानों , श्रमिकों और देश के स्वास्थ्य से जुड़े बड़े सुधार किए गए हैं । इन सुधारों से देश का श्रमिक सशक्त होगा , नौजवान सशक्त होगा , महिलाएं सशक्त होंगी , किसान सशक्त होगा ।
लेकिन आज देश देख रहा है कि कैसे कुछ लोग सिर्फ विरोध के लिए विरोध कर रहे हैं । आज से यहां देश का पहला चार मंजिला सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट शुरू हो चुका है । हरिद्वार में भी ऐसे 20 से अधिक नालों को बंद किया जा चुका है ।
• इसमें ऋषिकेश से सटे मुनि की रेती का चंद्रेश्वर नगर नाला भी शामिल है । इसके कारण यहां गंगा जी के दर्शन के लिए आने वाले और राफ्टिंग करने वाले साथियों को बहुत परेशानी होती थी ।
अब गंगा म्यूजियम के बनने से यहां का आकर्षण और अधिक बढ़ जाएगा । ये म्यूजियम हरिद्वार आने वाले पर्यटकों के लिए , गंगा से जुड़ी विरासत को समझने का एक माध्यम बनने वाला है ।
उत्तराखंड में तो स्थिति ये थी कि गंगोत्री , बद्रीनाथ , केदारनाथ से हरिद्वार तक 130 से अधिक नाले गंगा जी मे गिरते थे । आज इन नालों में से अधिकतर को रोक दिया गया है । इस चौतरफा काम का परिणाम हम सब देख रहे हैं । आज नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत 30 हजार करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं पर या तो काम चल रहा है , या पूरा हो चुका है । .
तीसरा- गंगा नदी के किनारे बसे 100 बड़े शहरों और 5,000 गांवों को खुले में शौच से मुक्त करना । चौथा जो गंगा जी की सहायक नदियां हैं , उनमें भी प्रदूषण रोकने के लिए पूरी ताकत लगाना ।
सरकार ने चारों दिशाओं में एक साथ काम आगे बढ़ाया । पहला- गंगा जल में गंदा पानी गिरने से रोकने के लिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांटों का जाल बिछाना शुरू किया । दूसरा- सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट ऐसे बनाए , जो अगले 10-15 साल की भी जरूरतें पूरी कर सकें ।
अगर पुराने तौर – तरीके अपनाए जाते , तो आज भी हालत उतनी ही बुरी रहती । लेकिन हम नई सोच , नई अप्रोच के साथ आगे बढ़े । हमने नमामि गंगे मिशन को सिर्फ गंगा जी की साफ – सफाई तक ही सीमित नहीं रखा , बल्कि इसे देश का सबसे बड़ा और विस्तृत नदी संरक्षण कार्यक्रम बनाया ।
उत्तराखंड में उद्गम से लेकर पश्चिम बंगाल में गंगा सागर तक मां गंगा देश की करीब – करीब आधी आबादी के जीवन को समृद्ध करती हैं । इसलिए गंगा की निर्मलता आवश्यक है , गंगा जी की अविरलता आवश्यक है । बीते दशकों में गंगा जल की स्वच्छता को लेकर बड़े बड़े अभियान शुरू हुए थे । लेकिन उन अभियानों में न तो जन भागीदारी थी और न ही दूरदर्शिता ।
आज मां गंगा की निर्मलता को सुनिश्चित करने वाली 6 बड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया है । इसमें हरिद्वार , ऋषिकेश , बद्रीनाथ और मुनि की रेती में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और म्यूजियम जैसे प्रोजेक्ट भी शामिल हैं , इनके लिए मैं उत्तराखंड के सभी लोगों को बहुत बहुत बधाई देता हूं ।
