जब से कैन्द्र सरकार ने कृषि कानूनों को लागू किया है तब से किसानों के नाम पर राजनीति अपने चरम सीमा पर है खासकर पंजाब जैसे राज्यों में जहां पर गैर भाजपा सरकार है, जहां पर किसान लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं, वहां पर अब मोबाइल टावर को निशाना बनाया जा रहा है और उनमें से खास कर रिलायंस जियो को नुक्सान पहुंचाने की कोशिश किया जा रहा है,एक आंकड़े के मुताबिक पिछले चौबीस घंटे में 90 से अधिक मोबाइल टावरों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है और पिछले दो दिनों में 1500 जियो टावरों को निशाना बनाकर उसको क्षतिग्रस्त कर दिया गया है।
किसान आंदोलन के नाम पर चल रहे प्रदर्शन का रुख बिना किसी निर्धारित दिशा के किसी भी तरफ मुड जा रहा है कभी वहां पर हिंदूओं की मां बहनों को दो टके का बताया जा रहा है, कभी वहां पर देश विरोधी नारे लगाए जा रहे हैं कभी सरजिल इमाम के समर्थन में लोग पोस्ट लहरा रहे हैं और वहां पर खास एक विचारधारा के पत्रकारों को ही रिपोर्टिंग करवाया जा रहा है बाकी पर तरह तरह के भद्दे कमेंट किया जा रहा है और इसमें अब एक नया मोड़ आ गया है कि किसान अब मोबाइल टावरों को निशाना बना रहे हैं और उनमें से खासकर जियो के टावरों को क्षतिग्रस्त किया जा रहा है जिससे हज़ारों मोबाइल फोन ठप हो गए हैं, बच्चों के आनलाइन पढ़ाई रुक गई है और इमेरजैंसी मेडिकल सेवा छोटे बिजनेस और बैंकों को नुक्सान उठाना पड़ रहा है।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से टेलाकाम इन्फ्रास्ट्रक्चर ने मोबाइल टावरों को निशाना नहीं बनाए जाने का अनुरोध किया है, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने भी किसानों से मोबाइल टावरों को निशाना ना बनाएं जाने की अपील की है मगर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा,कल मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मोबाइल टावरों को नुक्सान पहुंचाने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं,
अभी तक सूचना के अनुसार पंजाब में कुल 1500 जियो के मोबाइल टावरों को किसानों द्वारा क्षतिग्रस्त कर दिया गया है,और वहां पर तैनात स्टाफ और सुरक्षा गार्ड के साथ भी दुर्व्यवहार किया जा रहा है, पंजाब में जियो के 9000 मोबाइल टावर संचालित है।
